- डॉक्टर के घर में दाई की अबूझ हाल में मौत
- मौके पर पहुंचे चौकी इंचार्ज सौदेबाजी में लगे रहे
- कैंट एरिया के आवास विकास कॉलोनी की घटना
GORAKHPUR:
कूड़ाघाट, आवास विकास कॉलोनी में रविवार को डॉक्टर के घर काम करने वाली दाई की अबूझ हाल में मौत हो गई। महिला के घर न पहुंचने पर परिजनों ने तलाश की तो मामले की जानकारी हुई। संदिग्ध हाल में हुई मौत को लेकर मृतका के मोहल्ले के लोगों ने डॉक्टर का घर घेर लिया। मामले की जानकारी पर पहुंचे एयरफोर्स और इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी प्रभारी मामले का निस्तारण कराने के लिए डेड बॉडी की कीमत लगाते रहे। लाश की बोली 15 लाख तक पहुंच चुकी थी। लेकिन पंचायत का समय जब बढ़ने लगा तो लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। हंगामा बढ़ने पर एसपी सिटी, सीओ और इंस्पेक्टर पुलिस बल के साथ पहुंचे। अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।
कैसे निकली जान?
कूड़ाघाट मोहल्ला निवासी राजकुमार की पत्नी चंद्रलेखा उम्र 40, मोहल्ले के घरों में साफ-सफाई करती थी। आवास-विकास कॉलोनी, कूड़ाघाट के चार घरों में वह रोजाना जाती थी। इसी कॉलोनी के विजय कृष्ण राय के मकान में उनके बेटे, डेंटिस्ट सिद्धार्थ राय और परिवार के अन्य लोग रहते हैं। सोमवार की सुबह करीब 10 बजे चंद्रलेखा काम करने पहुंची। लेकिन दोपहर तक वह घर नहीं पहुंची। मां की तलाश में छोटी बेटी रीना डॉक्टर के घर गई। मकान की दूसरी मंजिल पर चंद्रलेखा अचेत हाल पड़ी थी। रीना ने मां के बीमार होने की वजह पूछी तो डॉक्टर और उनके परिवार के लोगों ने कई तरह की बातें बताई। रीना की सूचना पर उसकी मां को मोहद्दीपुर के नर्सिग होम में ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत बताया। करीब दो बजे मां की डेड बॉडी लेकर बेटी घर पहुंची। संदिग्ध हाल मौत का मामला सामने आने पर लोग डॉक्टर के घर पूछताछ करने पहुंचे।
कराते रहे पंचायत
चंद्रलेखा के मौत की सूचना से मोहल्ले के लोग आक्रोशित हो गए। चंद्रलेखा के पति राजकुमार, उनके बेटे-बेटियों संग करीब सौ लोग डॉक्टर के घर पहुंच गए। लोगों ने डॉक्टर का घेर लिया। लोगों का गुस्सा देखकर डॉक्टर का परिवार घर में कैद हो गया। किसी ने पुलिस को सूचना दी। एयरफोर्स चौकी प्रभारी और इंजीनियरिंग कॉलेज चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे। उन लोगों ने मामले को दुर्घटना बताकर रफा-दफा कराने की कोशिश की। मोहल्ले के कुछ लोगों को बुलाकर मामला खत्म करने का प्रयास शुरू कर दिया। एक दरोगा बंद कमरे में रीना से मां के मौत की कीमत लेने का दबाव बनाने लगे। शाम करीब पांच बजे से लेकर सात बजे तक पंचायत होती रही। वहीं दूसरे दरोगा इस दौरान सिपाहियों के साथ शटर बंद कर खड़े रहे, ताकि कोई भीतर न जा सके। लेकिन बहुत देर तक बातचीत होने पर भी दोनों पक्षों के बीच बात नहीं बनी। इस बीच बाहर खड़े लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। मोहल्ले में बड़े बवाल की आशंका जताते हुए किसी ने एसएसपी को सूचना दी। इसके बाद एसपी सिटी हेमराज मीणा, सीओ कैंट अभय कुमार श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर कैंट बृजेश वर्मा पहुंच गए। एसपी सिटी ने सभी को समझा-बुझाकर शांत कराया। तहरीर लेकर पोस्टमार्टम कराने का आश्वासन दिया।
वर्जन
इस मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी। लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया गया। पोस्टमार्टम के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट