गोरखपुर (ब्यूरो) स्मार्ट सिटी के लिए जरूरी है कि कॉलोनियों में एसटीपी हो। जीडीए अब सुनिश्चित कर रहा है कि उसकी कॉलोनियों और अपार्टमेंट में एसटीपी जरूर हो। इसी क्रम में तारामंडल स्थित लेक व्यू अपार्टमेंट में एसटीपी स्थापित किया गया। शुक्रवार को इसकी टेस्टिंग के दौरान जीडीए के इंजीनियरों ने ट्रीटमेंट प्लांट के पानी को पीकर बताने की कोशिश की कि प्लांट की क्वालिटी कितनी बेहतर है। लेक व्यू में 192 फ्लैट हैं। इसमें 120 किलो लीटर का एसटीपी स्थापित किया गया है।
डीपीआर तैयार करने में जुटे इंजीनियर
अब जीडीए मानबेला में विकसित हो रहे राप्तीनगर विस्तार में 10 एमएलडी का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने जा रहा है। राप्तीनगर विस्तार के साथ ही यहां पत्रकारपुरम, पीएम आवास विकसित हो चुका है। यहां सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए प्राधिकरण ने इंजीनियरों को निर्देशित किया है। माना जा रहा है कि मानबेला क्षेत्र में आवासीय योजनाओं के साथ कई व्यवसायिक प्रतिष्ठान स्थापित होंगे। भविष्य में एसटीपी से गंदे पानी को ट्रीट कर नालों में गिराया जाएगा। एसटीपी में ट्रीट पानी को चिलुआताल में गिराने की योजना है।
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की डीपीआर बनाने को इंजीनियरिंग विभाग को कहा गया है। ड्रेनेज को लेकर भी प्लानिंग की जा रही है। पानी को ट्रीट कर चिलुआताल में गिराने की योजना है। जल्द ही योजना पर काम शुरू होगा।
- प्रेम रंजन सिंह, वीसी, जीडीए