- घरों में रखे सारे सामान जले, एक व्यक्ति झुलसा, बकरी मरी, गाय झुलसी
BANSGAON: जिले में आग का कहर जारी है। गुरुवार को बांसगांव क्षेत्र के बेदौली बाबू गांव में लगी आग से सात आशियाने जल गए। घरों में रखे सभी सामान के साथ एक बकरी जल गई। वहीं एक गाय झुलस गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। आग बुझाने के दौरान एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया। परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए।
कैसे लगी आग?
बेदौली बाबू गांव निवासी धनुषधारी सैनी की रिहायशी झोपड़ी में गुरुवार को दोपहर 3 बजे अचानक आग लग गई। आग में रिहायशी झोपड़ी जल गई। एक बकरी जल गई वहीं गाय झुलस गई। घर वाले जान जोखिम में डालकर आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान धनुषधारी आग की चपेट में आ गए। गांव वालों के सहयोग से परिजन उन्हें जिला अस्पताल ले गए।
हवा से बढ़ी आग
जैसे ही आग लगी, तेज हवा बहने लगी। हवा के चलते आग ने पास के श्याम सुंदर सैनी, प्रदीप सैनी, विदेशी धोबी, सुदामा धोबी, छांगुर धोबी व शिवकुमारी की झोपड़ी को भी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया। इससे बाकी घर तो जलने से बच गए लेकिन सात घर और उनमें रखे सामान नहीं बचाए जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि फायर ब्रिगेड को सूचना दिए जाने के बाद भी गाड़ी नहीं पहुंची। यदि समय से अग्निशमन दस्ता पहुंच जाता तो कई घर बचाए जा सकते थे।
अग्निपीडि़तों की सूची बनाने और नुकसान का जायजा लेने के लिए राजस्व निरीक्षक को मौके पर भेजा है।
- मोतीलाल, एसडीएम
------------
शासन का आदेश बेअसर, धड़ल्ले से फूंके जा रहे डंठल
PIPRAICH: डंठल की आग से फसल व घरों के जलने की घटना के बाद प्रशासन ने खेतों में डंठल जलाने पर रोक लगा दिया है। लेकिन क्षेत्र में धड़ल्ले से डंठल खेत में ही फूंके जा रहे हैं। कुछ किसानों की लापरवाही कितने ही परिवारों को बेघर कर दे रही हैं।
डंठल की आग से नुकसान
मटिहनिया, सुमाली, रिठिया, पोखर भिन्डा, मुडिला, सोनराईच, रमवापुर, लखेसरा, सीधावल, हरखापुर आदि गांवों में डंठल जलाने से लगी आग ने काफी नुकसान पहुंचाया है। इसके बावजूद कुछ लोग मान नहीं रहे। खुलेआम खेतों में डंठल जलाया जा रहा है। ग्रामीणों ने ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई की मांग उठाई है। वहीं इस संबंध में थानेदार का कहना है कि अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर जरूर कार्रवाई की जाएगी।