- रमजान में बढ़ती है खपत तो बढ़ जाती है मिलावट
- मिलावट के खिलाफ चलता रहेगा रेगुलर अभियान
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : मैगी और मिल्क प्रोडक्ट्स के बाद अब फूड विभाग की नजर सेवई पर टेढ़ी हो गई है। रमजान माह में सेवई की खपत अचानक कई गुना बढ़ जाती है। इसके चलते कुछ व्यापारी अधिक लाभ के चक्कर में सेवई में धड़ल्ले से मिलावट शुरू कर देते हैं। इस मिलावट को रोकने के लिए इस साल फूड विभाग टीम ने पहले ही मोर्चा संभाल लिया है। रमजान माह स्टार्ट होने के तीसरे दिन ही फूड विभाग की टीम ने सेवई की दो फैक्ट्री में छापा मारा। जहां से तीन सैंपल लेने के साथ उसे जांच के लिए लखनऊ भेज दिया।
लगातार चलेगा अभियान
डीओ अजीत कुमार के निर्देश पर मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल कुमार राय और उनकी टीम कन्हैया लाल वर्मा, विनोद कुमार, विजय यादव ने माधवपुर स्थित दो फैक्ट्री में छापा मारा। टीम ने विनोद गुप्ता की फैक्ट्री से दो सैंपल और मनोज गुप्ता की फैक्ट्री से एक सैंपल लिया जिसे जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है। अनिल कुमार राय ने बताया कि मैगी में लेड की मात्रा अधिक मिलने पर उस पर बैन लगाया गया था। इसके बाद मिल्क प्रोडक्ट्स के खिलाफ अभियान चलाया गया और सैंपल लेकर टेस्टिंग के लिए भेजा गया। अब रमजान में सबसे अधिक मिलावट सेवई में होती है। इसलिए अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान लगातार चलता रहेगा। उन्होंने बताया कि तीन सैंपल में दो सेवई और एक फ्राइड सेवई का है।
मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चल रहा है। जिस चीज में मिलावट की जानकारी मिलती है, उसके खिलाफ अभियान चला कर सैंपल लिया जा रहा है। जांच में मिलावट मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अजीत कुमार, डीओ, खाद्य विभाग