- सेवक रामवृक्ष और ड्राइवर संतोष को पुलिस ने किया गिरफ्तार

- निशानदेही पर बरामद हुआ लूट का सामान

GORAKHPUR : शाहपुर के जंगल मातादीन में किन्नर गुरु पूनम की हत्या में एक नई कहानी वेंस्डे को सामने आई। जब उसकी हत्या करने वाले सेवक रामवृक्ष ने खुद को किन्नर गुरु का प्रेमी बताया। उसका कहना था कि 37 साल से पूनम के साथ रहने का उसे कोई फायदा नहीं मिला। उसकी वफादारी को ताक पर रखकर चोरी का इल्जाम लगाया। यही नहीं, उसका हाथ काटने की कोशिश भी की। अपने प्यार का ऐसा बर्ताव रामवृक्ष सहन नहीं कर पाया और पूनम की जान ले ली। पुलिस की मानें तो किन्नर गुरु के सेवक रामवृक्ष और चालक संतोष ने लूट के लिए पूनम की हत्या की। पुलिस ने सेवक रामवृक्ष की निशानदेही पर लूट का माल बरामद कर लिया है।

भुजाली से किया था कत्ल

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसएसपी प्रदीप कुमार ने मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि पूनम की कुछ ज्वेलरी चोरी हुई थी। पूनम को शक था कि रामवृक्ष ने ही ज्वेलरी चुराई है। उसने ईद के बाद उसे सेवक पद से हटाने की घोषणा भी कर दी थी। पुलिस की मानें तो घटना के दिन पूनम सेवक रामवृक्ष से ज्वेलरी के बारे में ही पूछताछ कर रही थी। इसी बीच आवेश में आकर रामवृक्ष ने पूनम पर पहले रॉड से वार कर दिया। फिर भुजाली से कई वार कर उसकी हत्या कर दी। उसके शव को बाथरूम में फेंक दिया। फिर सोने-चांदी और हीरे की ज्वेलरी से भरा बैग लेकर ड्राइवर संतोष की मदद से देवरिया स्थित अपने घर पहुंचा दिया। अगले दिन 20 जुलाई को पूनम की हत्या की जानकारी पुलिस को दी गई।

पुलिस की सख्ती से टूट गया रामवृक्ष

पुलिस हत्या के इस मामले में चार किन्नर, चालक संतोष और सेवक रामवृक्ष यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ में लगी थी। पुलिस जब रामवृक्ष से सख्ती से पेश आई तो वह पूरी तरह से टूट गया। उसका कहना था कि उसने पूनम की चालीस साल से सेवा की, लेकिन बदले में उसे कुछ नहीं मिला। पूनम ने जमीन खरीद कर मकान बनवाने का वादा भी किया?था, मगर वो भी पूरा नहीं किया इसलिए उसने पूनम की हत्या कर दी।

इनकी हुई बरामदगी

- एक किलो सोने की ज्वेलरी

- 10 लाख 76 हजार कैश

- चार किलो चांदी की ज्वलेरी

टीम को मिला इनाम

पुलिस टीम में शाहपुर एसओ अनिल उपाध्याय, उप निरीक्षक कैसर खॉ, कांस्टेबल संजय पांडेय, मनीष कुमार, राजीव शुक्ला और संतोष कुमार शामिल थे। एसएसपी ने टीम को पांच हजार रुपये बतौर इनाम दिए।