- दीवानी न्यायालय में विचार गोष्ठी

- सत्य निष्ठा से काम करें अधिवक्ता

GORAKHPUR: दीवानी कचहरी में शनिवार को अधिवक्ता परिषद की ओर से सभागार में भारतीय संविधान द्वारा निर्धारित मूल कर्तव्य विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि हाईकोर्ट लखनऊ खंडपीठ के न्यायमूर्ति ए आर मसूदी ने कहा कि हमारी सभ्यता, संस्कृति और सिद्धांत अत्यंत प्राचीन हैं। संविधान में नागरिकों के लिए जो मूल कर्तव्य बताए गए हैं, उस दायित्व के पालन का भार प्रत्येक व्यक्ति पर है। न्यायमूर्ति ने कहा कि व्यक्ति जब नेक नीयत से काम करता है तो उसके सफलता अवश्य मिलती है।

लोगों से जुड़ा है अधिवक्ता

मुख्य अतिथि ने कहा कि अधिवक्ता समाज का ऐसा वर्ग है जो जनता की कार्यप्रणाली और लोगों की भावना से जुड़ा है। हमारा यह कर्तव्य है कि हम कोई भी कार्य सत्यनिष्ठा और ईमानदारी से करते हुए समाज को इसके लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता डी भरत कुमार ने कहा कि अधिवक्ताओं को वादकारियों हित के लिए काम करना चाहिए। जनपद न्यायाधीश रंगनाथ पांडेय ने कहा भारतीय संविधान में प्रदत्त अधिकार मानव शरीर है और कर्तव्य उसकी आत्मा है। इसलिए हमें कर्तव्यों का निष्ठा के साथ पालन करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता अधिवक्ता परिषद के जिला अध्यक्ष महेंद्र नाथ शुक्ल, संचालन उदयवीर सिंह और अभय नंदन ने किया। इस मौके पर अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लाल बहादुर सिंह, गौरी शंकर सहित कई अधिवक्ता मौजूद रहे। इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसूदन त्रिपाठी ने एसोसिएशन के इतिहास की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया।