गोरखपुर (ब्यूरो)। एक तरफ जहां ट्रेन में नो रूम है। वहीं, दूसरी तरफ फ्लाइट की टिकट हर कोई अफोर्ड नहीं कर सकता। ट्रेन में नो रूम के कारण लोगों ने इसका ऑप्शन भी ढूंढ निकाला है। बता दें, गोरखपुर व आसपास जिलों के बड़ी संख्या में लोग दिल्ली, मुंबई, सूरत, लुधियाना आदि शहरों में नौकरी कर रहे हैं। फेस्टिव सीजन में अपने घर पर अपनों के बीच वह त्यौहार मनाना चाहते हैैं। वहीं, ट्रेन और फ्लाइट के अलावा लोग शेयरिंग कैब को अच्छा ऑप्शन मान रहे है। दिल्ली में रह रहे विकास पांडेय पेशे से इंजीनियर हैैं। वह अपनी फैमिली के साथ दीवाली मनाने गोरखपुर आएंगे, लेकिन ट्रेन टिकट नहीं मिलने से वह रेड बस के जरिए ऑनलाइन बुकिंग करा चुके हैैं, जिसका किराया 1500 से 2000 के बीच होता है। वहीं जो लोग रोडवेज बस से ट्रेवल करते रहे हैं। उन्होंने भी ऑनलाइन टिकट एसी बसों में करा ली है।
नौसढ़ में खुले ऑफिस
दिल्ली और जयपुर से चलने वाली एसी बसों में बुकिंग के लिए दीवाली के मौके पर बस की टिकट बुक करने के लिए रेड बस, गोयबिबो, मेक माइक ट्रिप जैसे ऑनलाइन टिकटिंग वाले ट्रैवल सर्विसेज बुकिंग करा रहे हैैं। कुछ लोग अपने घर से ही इन बेवसाइट को एप्स के माध्यम से बुक करा ले रहे हैैं। केसरवानी बस के ऑनर विवेक केसरवानी बताते हैैं कि इन एप की जरिए टिकट बुक करते हुए ध्यान रखना चाहिए कि यहां एक महीने की डेट के अंदर ही टिकट बुक हो सकती हैं। अक्टूबर में आप नवंबर के लिए टिकट बुक करा सकते हैैं।
इन ट्रेनों में नो रूम
ट्रेन - एसी सेकेंड - एसी थर्ड - स्लीपर
गोरखधाम सुपरफास्ट एक्सप्रेस - नो रूम - नो रूम - 267 वेटिंग
बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस - नो रूम - नो रूम - 234 वेटिंग
सप्तक्रांति एक्सप्रेस - नो रूम - नो रूम - 203 वेटिंग
हमसफर - नो रूम - नो रूम - नो रूम
वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस - नो रूम - नो रूम - 297 वेटिंग
गोरखपुर-एलटीटी सुपरफास्ट एक्स। - नो रूम - नो रूम - 205वेटिंग
दिल्ली, मुंबई और पंजाब से आने वाली ट्रेनों में भीड़ होती है। प्रामिनेंट ट्रेन में नो रूम और वेटिंग है। इसको देखते हुए एक्स्ट्रा ट्रेन चलाई जाएंगी।
पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे