- गोरखपुर आईटीआई के कई कॉलेजों में नहीं है विभिन्न प्रकार के ट्रेड
- ट्रेड न होने से हजारों स्टूडेंट्स हो जाते हैं पढ़ाई से वंचित
GOAKHPUR: राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद उ.प्र। द्वारा संचालित आईटीआई कॉलेजेज के गोरखपुर सेंटर पर आज भी कई ट्रेड्स का संचालन नहीं किया जाता है। जबकि इन ट्रेड्स की जबरदस्त डिमांड हैं। हालांकि इन ट्रेड्स को चलाने के लिए कई बार कॉलेज प्रशासन की तरफ से भी डिमांड की जा चुकी हैं, लेकिन उच्च अधिकारियों के उदासीन रवैये के चलते आज भी कई ट्रेड्स से स्टूडेंट्स वंचित हैं।
गोरखपुर में नहीं है कई ट्रेड
एक तरफ यूपी गवर्नमेंट आईटीआई कॉलेजों में दाखिले पर जोर दे रही हैं। इसके लिए जगह-जगह कॉलेजेज भी खोले जा रहे हैं। चरगांवा गोरखपुर के अंतर्गत आने वाले कॉलेजेज में चरगांवा गोरखपुर, खजनी, कैम्पियरगंज, रेलवे कॉलोनी, विश्व बैंक महिला गोरखपुर कॉलेज, बड़हलगंज शामिल हैं। इन कॉलेज में हर ट्रेड से पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के लिए सीट्स निर्धारित की गई हैं। लेकिन प्रदेश के आगरा, बरेली, कानपुर, कानुपर देहात, लखनऊ, वाराणसी व झांसी आदि शहरों में जो ट्रेड चलाए जाते हैं। वे ट्रेड स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग उ.प्र। के तहत संचालित किए जाते हैं।
क्या कहना है कॉलेज प्रिंसिपल का
आईटीआई चरगांवा के प्रिंसिपल बताते हैं कि नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग और स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग के तहत ट्रेड का संचालन किया जाता है। स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग के तहत कुछ ही ट्रेड्स का संचालन किया जाता है। जबकि नेशनल काउंसलिंग फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग के तहत चलने वाले ट्रेड काफी बेहतर माने जाते हैं। एनसीवीटी के तहत चलने वाले ट्रेड पर ज्यादा जोर दिया जाता है। इससे स्टूडेंट्स को जहां बेहतर जानकारी मिलती है।
गोरखपुर आईटीआई कॉलेज में नहीं है ये ट्रेड
फीटर, टर्नर, मशीनिष्ट, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिकल, टूल एंड डाईमेकर (डाई एंड मोल्डस), टूल एंड डाई मेक (प्रेस टूल्स, जिग्स एवं फिक्चर्स), मशीनिष्ट ग्राइंडर, सर्वेयर, ड्राफ्टमैन (सिविल), मैकेनिकल मोटर व्हीकल, इलेक्ट्रोप्लेटर, मैकेनिकल मोटर साइकिल, मैकेनिकल डीजल इंजन, कम्प्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्क मेंटीनेंस,
टेक्निशियन पॉवर इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम।
नोट - ये ट्रेड स्टेट काउंसिल फॉर वोकेशनल ट्रेनिंग के तहत संचालित होते हैं।
केवल इन ट्रेड्स में होती है पढ़ाई
इलेक्ट्रिशियन, ड्राफ्टमैन मैकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स मैकेनिकल, मैकेनिकल डीजल इंजन, इलेक्ट्रानिक्स मैकेनिकल।
आज भी कई ट्रेड हैं जो एससीवीटी के तहत चलाए जाते हैं जिनकी बेहद डिमांड है, लेकिन वह ट्रेड गोरखपुर के किसी भी कॉलेज में नहीं है।
विकास, स्टूडेंट
एनसीवीटी के तहत चलाए जाने वाले ट्रेड जहां हैं, वहां एससीवीटी के तहत चलाए जाने वाले ट्रेड नहीं है। हालांकि उसकी बेहद डिमांड है।
नेहा, स्टूडेंट