- अप्रैल, मई और जून मंथ के कई स्कूल दो बार वसूल रहे थे फीस
- यूपी बोर्ड में सेशन चेंज होने से खड़ी हुई थी प्रॉब्लम
- शिक्षा निदेशक माध्यमिक ने दिया आदेश, नहीं ली जाएगी तीन मंथ की दो बार फीस
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : अप्रैल, मई और जून माह की फीस अब दो बार नहीं देनी होगी। पैरेंट्स की लगातार कंप्लेंट के बाद आखिरकार शासन को उनके फेवर में फैसला सुनाना पड़ा। जिन स्कूल्स ने बच्चों से दो बार फीस वसूल ली है, उन्हें वापस करने का फरमान सुनाया गया है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के शिक्षा निदेशक डॉ। अवध नरेश शर्मा ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षक को लेटर भेज कर निर्देश दिया है। इस आदेश के मुताबिक 2015 के अप्रैल, मई और जून माह की फीस सिर्फ एक बार ली जाएगी। जबकि इस साल अधिकांश स्कूल्स ने इन तीन माह की फीस दोबारा ली है।
सेशन चेंज होने से हुई प्रॉब्लम
समर वेकेशन में एक माह की छुट्टी के बावजूद सभी स्कूल पैरेंट्स से पूरे साल की फीस लेते हैं। इस नियम के मुताबिक 2015 में पैरेंट्स ने अपने बच्चों की पूरे साल की फीस जमा कर दी। मतलब जुलाई 2014 से लेकर जून 2015 तक, मगर इस साल माध्यमिक शिक्षा परिषद ने एक अनूठा फैसला लेते हुए सीबीएसई और सीआईएससीई की तर्ज पर अपना सेशन भी एक अप्रैल से शुरू कर दिया। नतीजा एक अप्रैल से सभी क्लास में एडमिशन स्टार्ट हो गए। एडमिशन के साथ ही सभी स्कूल ने पैरेंट्स से एडमिशन फीस के साथ अप्रैल, मई और जून मंथ की भी फीस जमा कर ली। इस चेंज से पैरेंट्स को अप्रैल, मई और जून मंथ की दो बार फीस जमा करनी पड़ी।
विवाद पहुंचा था शिक्षा निदेशक तक
तीन माह की फीस का एक्स्ट्रा बोझ पड़ता देख अधिकांश पैरेंट्स ने स्कूल में कंप्लेंट की। मगर स्कूल प्रशासन ने सुनने से साफ मना कर दिया, बल्कि एक नया फरमान सुना दिया कि फीस न जमा करने पर एडमिशन नहीं होगा। नतीजा कुछ पैरेंट्स ने इसकी कंप्लेंट जिला विद्यालय निरीक्षक से की। मामला शिक्षा निदेशक माध्यमिक तक जा पहुंचा। मामले की गंभीरता और पैरेंट्स पर पड़ता एक्स्ट्रा बोझ देखते हुए शिक्षा निदेशक माध्यमिक डॉ। अवध नरेश शर्मा ने नया आदेश जारी कर दिया। इस आदेश के मुताबिक तीन माह की एक्स्ट्रा फीस नहीं ली जाएगी। जिन स्कूल्स ने फीस जमा करा ली है, वे वापस करेंगे।
सेशन चेंज होने से तीन माह की दो बार फीस जमा करने की प्रॉब्लम आई थी। जिसकी कंप्लेंट कई पैरेंट्स ने की थी। शिक्षा निदेशक माध्यमिक के आए आदेश के मुताबिक कोई स्कूल तीन माह की दो बार फीस नहीं लेगा। जिन स्कूल ने फीस ली है, वे तत्काल उसे वापस कर दें। कंप्लेंट आने पर एक्शन लिया जाएगा।
एएन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक