-बाढ़ प्रभावित एरिया में हैं ये स्कूल, भर जाता है पानी
-सिर्फ ऑप्शन प्वाइंट खोज पल्ला झाड़ रहा विभाग
-हर साल परेशान होते हैं हजारों बच्चे
GORAKHPUR: एजुकेशन और साक्षरता को बढ़ाने के लिए सरकार करोड़ों रुपए के बजट से दर्जनों योजनाएं चला रही है। लगातार स्कूल खोले जा रहे हैं तो बच्चों को पढ़ाई के नाम पर अनेक सुविधाएं दी जा रही है। मगर गोरखपुर के अधिकारियों की लापरवाही के कारण इन सभी योजनाओं के बावजूद बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है। गोरखपुर में बाढ़ आना आम बात है। और अगर बाढ़ आई तो जिले के 9ब् प्राथमिक/उच्च विद्यालय का डूबना भी तय है। ऐसे में इन विद्यालय के बच्चों की पढ़ाई कहां होगी? उस एक माह में उनका फ्यूचर क्या होगा? इस बारे में न तो शिक्षा विभाग के अधिकारियों को टेंशन है और न ही आला अधिकारियों को इसकी जानकारी।
बंद रहता है स्कूल
हर साल गोरखपुर में बाढ़ आना तय है। मतलब जिले के इन 9ब् स्कूल का डूबना भी तय है। तभी बेसिक शिक्षा विभाग ने इन स्कूल का ऑप्शन प्वाइंट भी डिसाइड कर रखा है। बाढ़ आने पर इन सभी स्कूल में पानी भर जाता है। ऐसे में पढ़ाई डिस्टर्ब न हो, इसलिए शिक्षा विभाग ने ऑप्शन प्वाइंट तो निकाल रखा है, मगर यह हकीकत नहीं सिर्फ कागज पर है। पिछले साल आई बाढ़ ने इस हकीकत को खोल भी दिया था। हर सा बाढ़ में डूबने वाले इन स्कूल के परमानेंट इलाज के बारे में कोई नहीं सोच रहा है। तीन साल पहले बाढ़ से प्रभावित स्कूल की संख्या 70 के आसपास थी। मगर अब यह संख्या 9म् पहुंच गई है।
वर्जन-
विभाग के सर्वे के मुताबिक 9ब् स्कूल ऐसे हैं, जो बाढ़ प्रभावित एरिया में है। मतलब बाढ़ आने पर ऐसे स्कूल बंद हो जाते हैं। इन सभी स्कूल का ऑप्शन प्वाइंट भी है, जहां बाढ़ आने पर पढ़ाई होती है।
कमलाकर पांडेय, बीएसए
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बाढ़ में डूब जाएंगे ये विद्यालय
विकास खंड - प्राथमिक/उच्च विद्यालय
खोराबार - 9
खजनी - ब्
बांसगांव - म्
बड़हलगंज - क्0
बेलघाट - 7
ब्रह्मपुर - म्
कौड़ीराम - फ्
कैंपियरगंज - क्0
पिपरौली - क्0
भटहट - क्
पाली - म्
चरगांवां - ब्
जंगल कौडि़या - 8
नगर क्षेत्र - क्
गगहा - 9