-गुरु गोविंद सिंह जयंती पर खुले रहे कई सरकारी स्कूल

-डीआईओएस बोले, बोर्ड प्रैक्टिकल के लिए खुले, क्लास के लिए नहीं

GORAKHPUR: नियम बनते ही हैं तोड़ने के लिए। ये लाइनें वैसे तो अक्सर कहावतों में कही जाती है, मगर मंडे को इसकी हकीकत कुछ यूं नजर आई। प्रदेश सरकार के गुरु गोविंद सिंह जयंती पर सरकारी छुट्टी का आदेश जारी होने के बावजूद सिटी के कई सरकारी स्कूल खुले रहे। हालांकि इस आदेश की अवहेलना करने वालों में कई प्राइवेट स्कूल भी पीछे नहीं रहे। एक ओर जहां सरकारी दफ्तर में ताला लटकने के साथ सन्नाटा पसरा रहा, वहीं दूसरी ओर स्कूल खुले होने से बच्चे आते रहे।

सरकारी छुट्टी पर खुला स्कूल

प्रदेश सरकार ने गुरु गोविंद सिंह जयंती पर सरकारी छुट्टी की घोषणा की थी। मतलब सरकारी दफ्तर से लेकर सभी स्कूल, कॉलेज बंद। मंडे को सरकारी दफ्तर और कॉलेज तो बंद थे, मगर कुछ स्कूल खुले नजर आए। सिविल लाइंस स्थित एमपी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज के साथ आधा दर्जन से अधिक स्कूल खुले थे। टीचर भी आए थे तो प्रिंसिपल भी। सरकारी आदेश की जानकारी होने के बावजूद स्कूल रोज की तरह अपने टाइम पर खुला और बंद हुआ। एक ओर स्कूल खुले तो दूसरी ओर सरकारी अफसर भी इसे नजरअंदाज कर छुट्टी मनाते रहे। हालांकि खुले अधिकांश स्कूल में बोर्ड प्रैक्टिकल चल रहे थे, जिसकी डेट पहले ही डिक्लेयर हो चुकी थी।

टूटा सरकारी आदेश

मंडे को गुरु गोविंद सिंह जयंती पर सरकारी छुट्टी का आदेश था। मगर कई स्कूल ने इस आदेश की अवहेलना करते हुए छुट्टी कैंसिल कर स्कूल खोल दिया। मगर यह अवहेलना भी एक सरकारी आदेश को पूरा करने के लिए किया गया। माध्यमिक शिक्षा परिषद के आदेश के मुताबिक गोरखपुर में बोर्ड प्रैक्टिकल 9 जनवरी तक पूरे कर लेने हैं। ठंड के कारण कई दिन छुट्टी से आलरेडी बोर्ड प्रैक्टिकल लेट हो चुके हैं। ऐसे में अधिकांश स्कूल ने ख् या भ् जनवरी से बोर्ड प्रैक्टिकल की डेट तय कर लिया। एग्जामिनर भी आ गए। ऐसे में गुरु गोविंद सिंह जयंती पर छुट्टी करना मुश्किल हो गया। इस कारण मंडे को जो स्कूल खुले थे, वहां बोर्ड प्रैक्टिकल था न कि रूटीन क्लासेज।

गुरु गोविंद सिंह जयंती पर सरकारी छुट्टी का आदेश है। सभी स्कूल बंद थे। कुछ स्कूल जो खुले थे, वहां बोर्ड प्रैक्टिकल चल रहा है। एग्जामिनर के आने से प्रैक्टिकल डेट डिक्लेयर हो चुकी थी। इससे इन स्कूल का खुलना मजबूरी था। मतलब स्पेशल कंडीशन में स्कूल खुले थे।

एएन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक