गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके लिए पूर्वांचल एमडी कार्यालय ने 371 करोड़ का प्रपोजल तैयार कर शासन को भेजा है। स्मार्ट सिटी की तर्ज पर बनने वाले कमांड सेंटर की खासियत यह होगी की बिजली घरों का संचालन पूर्ण रूप से रिमोट से होगा। इसके लिए सभी बिजली घरों को दो स्रोत से बिजली सप्लाई दी जाएगी, ताकि एक लाइन में फाल्ट आते ही कुछ देर में वैकल्पिक लाइन से बिजलीघर को बिजली मिलने लगे। अभियंताओं का कहना है कि बिजलीघरों में शटडाउन से लेकर ट्रॉली चढ़ाने तक की गतिविधियों को रिमोट से संचालित किया जाएगा।
जमीन करें चिह्नित
इसके लिए पूर्वांचल एमडी ने मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर भवन निर्माण के लिए भूमि चिन्हित करने व बिजली घरों का ब्यौरा मांगा है। सीई के निर्देश पर नगरीय क्षेत्र के अभियंता अपने-अपने क्षेत्र के बिजलीघरों का ब्यौरा तैयार करने में जुटे है। इसमें बिजली घरों का नाम, उपभोक्ताओं की संख्या, ट्रांसफार्मरों की संख्या, वितरण फीडरों की संख्या, बिजलीघरों की क्षमता का विवरण बनाने में जुटे है। अभियंताओं का कहना है कि स्काडा कमांड सेंटर के लिए मुख्य अभियंता कार्यालय के आस-पास खाली पड़ी भूमि उपयुक्त है। उसी में बनवाने का प्रयास किया जाएगा। कमांड सेंटर बनने से छोटे फाल्ट कण्ट्रोल रूम से ही बन जाएंगे। बड़े फाल्ट के लिए ही कर्मचारियों को मौके पर जाने की आवश्यकता पड़ेगी। इससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के कंज्यूमर्स को निर्वाध बिजली सप्लाई मिलेगी।
वैकल्पिक लाइन है
स्काडा कमांड सेंटर के लिए बिजली घरों पर दो स्रोतों से बिजली सप्लाई होनी आवश्यक है, ताकि एक लाइन में फाल्ट होते ही रिमोट से दूसरे लाइन को तत्काल जोड़कर सप्लाई बहाल की जा सके। शहरी क्षेत्र के 10 व ग्रामीण क्षेत्र के छह बिजली घरों पर दो स्रोतों से बिजली सप्लाई की जा रही है। अन्य बिजली घरों को वैकल्पिक व्यवस्था बनाने का काम होगा।
इस बार गर्मी में लोगों ने बिजली को लेकर जो परेशानी झेली है। प्रदेश सरकार चाहती है कि ऐसी नौबत अगली गर्मी में न आए। इसलिए पूरी व्यवस्था को बेहतर करने का हर प्रयास हो रहा है। इसके लिए स्काडा डिस्ट्रिक कमांड सेंटर बनाने को 371 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है।
ई। चंद्रजीत, चीफ इंजीनियर, स्काडा प्रोजेक्ट, पूर्वांचल वितरण निगम