गोरखपुर (संतोष गिरी) ऐश्प्रा गोरखपुर के डायरेक्टर वैभव सराफा ने बताया, गोल्ड एक्सचेंज में पूरे ट्रांजैक्शन को तीन फेज में बांटा गया है। पहला फिजिकल गोल्ड को ईजीआर में बदलना, स्टॉक एक्सचेंज पर ईजीआर की ट्रेडिंग और ईजीआर को फिजिकल गोल्ड में बदलना। सेबी प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज के पूरे इकोसिस्टम को रेगुलेट करेगा और गोल्ड एक्सचेंज के लिए एकमात्र रेगुलेटर होगा, जिसमें वॉल्टिंग, एसेइंग, गोल्ड क्वालिटी और डिलीवरी स्टैंडर्ड शामिल हैं। इस बीच स्टॉक एक्सचेंजों को व्यापार या ईजीआर को सोने में बदलने के लिए विभिन्न मूल्यवर्ग के साथ अनुबंध शुरू करने की अनुमति दी गई है। इससे आमजन के साथ व्यापारियों को फायदा मिलेगा। जीएसटी से बचाव होगा। सोने की खरीदी में होने वाली चोरी या फिर घालमेल से छूटकारा मिलेगा।

मिलेगी इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीप्ट

पहले सोने को जमा करने पर वॉल्ट इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रसीद में बदलेंगे। डिपॉजिटरीज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट को डीमैट में बदल सकेंगे। एक्सचेंज फिर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट की ट्रेडिंग शुरू कर सकेंगे। तीसरे चरण में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट का सोने में कनवर्जन होगा। एक वॉल्ट मैनेजर के यहां जमा करने पर दूसरे से सोने की डिलीवरी सुविधा मिलेगी। सभी मौजूदा वॉल्ट मैनेजर्स की शाखाएं कलेक्शन और विदड्रॉल सेंटर होंगी।

ईजीआर ही माध्यम

सोने का प्रतिनिधित्व करने वाले माध्यम को इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट्स (ईजीआर) कहा जाएगा। इस ईजीआर की अपनी एक पहचान होगी। ईजीआर का सृजन और उसकी निकासी, शिकायतों का समाधान करने का काम वॉल्ट मैनेजर का होगा। ईजीआर खरीदने और बेचने के लिए गोल्ड एक्सचेंज एक राष्ट्रीय मंच होगा। भौतिक सोने के खिलाफ ईजीआर जारी किया जाएगा। सेबी के अनुसार निवेशक मौजूदा स्टॉक एक्सचेंजों के साथ-साथ प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज पर ईजीआर में व्यापार कर सकते हैं।

डीमैट एकाउंट के जरिए लेन-देन

मल्टीस्फीयिर कंसलटेंसी के एमडी आशीष अग्रवाल के अनुसार शेयर मार्केट की तरह गोल्ड एक्सचेंज होगा। डीमैट के जरिए सराफा व्यापारी और पब्लिक टे्रडिंग कर सकेगी। इससे बहुत सारे फायदे हैं। जिस प्रकार से गोल्ड बॉन्ड , इक्विटी है। ठीक वैसे अब गोल्ड एक्सचेंज होगा। व्यापारी और पब्लिक सरकार से खरा सोना खरीद सकती है। बिचौलियों से छूटकारा मिलेगा। गोल्ड सस्ता भी हो जाएगा। डीमैट एकाउंट से कभी खोने का घर नहीं होता है। कुल मिलाकर इससे सभी को फायदा है।

सोना निकालने में इंवेस्टर को होगी आसानी

ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोरा के अनुसार इंवेस्टर्स की आसानी के लिए सेबी एक स्थान पर जमा किए गए सोने को उसी या अलग-अलग वॉल्ट मैनेजर के अलग-अलग स्थान से निकाले जाने के आदेश जारी करेगा। सेबी के सर्कुलर में प्रावधान भी है कि डिपॉजिटरी को खरीदार के पसंदीदा वॉल्ट स्थान से भौतिक सोने की निकासी की सुविधा प्रदान करेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा प्रारूप में, मान्यता प्राप्त वॉल्टिंग लूप के बाहर सोने का लेन-देन सभी द्विपक्षीय समझौतों और विश्वास पर आधारित है।

सराफा बाजार में रही हलचल

इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट को लेकर बुधवार को सिटी के सराफा मार्केट में चर्चा होती रही। सराफा मेन मार्केट हिन्दी बाजार, गोलघर और अलीनगर के सराफा कारोबारी इस संबंध में एक-दूसरे से जानकारी जुटाते रहे।

फैक्ट फाइल

1500 रजिस्टर्ड

5000 अनरजिस्टर्ड दुकानें हैं सिटी में।

75 दुकानें लगभग भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार चल रहीं सिटी में

10 करोड़ रुपए है डेली का सराफा कारोबार

1000 किलो गोरखपुर में गोल्ड

बुधवार का रेट

24 कैरेट गोल्ड 49,240 रुपए प्रति 10 ग्राम

सिल्वर 61,100 रुपए प्रति किलोग्राम

गोल्ड एक्सचेंज से एक रेट पूरे देश को मिलेगा। इससे छोटे-बड़े व्यापारियों को फायदा है। पब्लिक को सस्ता और खरा गोल्ड आसानी मिल जाएगा। बिचौलियों की कमाई बंद हो जाएगी।

पंकज अरोरा, अध्यक्ष, ऑल इंडिया ज्वैलर्स एंड गोल्ड फेडरेशन

फिजिकल में गोल्ड लेने पर जीएसटी लगता है। इसमें नहीं लगेगा। डीमैट के जरिए सभी को लेन देन करना है। चोरी खत्म हो जाएगी। सभी को एक सामान रेट मिलेगा।

वैभव सराफ, डायरेक्टर, ऐश्प्रा