- नगर निगम के 1165 और बिजली विभाग के 210 कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
- दिवाली और छठ जैसे पर्वो पर भी जेब रहेगी खाली
GORAKHPUR : जिले के सैकड़ों कर्मचारियों की दिवाली फीकी हो सकती है। नगर निगम और बिजली विभाग के कर्मचारियों को महीनों से वेतन नहीं मिला है। जबकि नवंबर में दो बड़े त्योहार, दिवाली व छठ पड़ रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। इन कर्मचारियों में संविदा या ठेके पर रखे गए कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है।
महीनों से नहीं मिला वेतन
महानगर विद्युत वितरण निगम ने दिसंबर 2014 में 210 कर्मचारी संविदा पर रखे। मई 2015 तक उन्हें वेतन नहीं मिला तो कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार की घोषणा कर दी। किरकिरी से बचने के लिए बिजली विभाग ने तत्काल भुगतान करा दिया। जून से अब तक संविदा कर्मचारियों का वेतन नहीं मिला है। संविदाकर्मी पिछले तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। संविदाकर्मी प्रमोद पांडेय का कहना है कि अब तक विभाग की ओर से वेतन को लेकर कोई जवाब नहीं मिला है। दीवाली और छठ कैसे मनाया जाए? यही हाल नगर निगम में भी है। नगर निगम ने ट्यूबवेल चलाने के लिए आउटसोर्सिग पर 100 से अधिक ऑपरेटर रखे हुए हैं। जिन्हें पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिला है। सफाई के लिए आउटसोर्सिग पर रखे गए के लगभग 700 कर्मचारियों का अक्टूबर माह का वेतन कागजात जमा न होने की वजह से रुक गया है।
वेतन की मांग को लेकर नगर आयुक्त और जलकल जीएम से कई बार मुलाकात हो चुकी है। अगर जल्द वेतन नहीं मिला तो हम एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी में हैं।
कौशल किशोर शुक्ल, अध्यक्ष, नगर निगम कर्मचारी संयुक्त परिषद