- रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ने जिले की सभी ग्रामीण तहसीलों में शुरू की है कम्प्यूटराइज रजिस्ट्री
GORAKHPUR रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ने जिले की सभी ग्रामीण तहसीलों में कम्प्यूटराइज रजिस्ट्री तो शुरू कर दी है लेकिन ई स्टांप से खरीद-बिक्री करने वालों को गोरखपुर ही आना होगा। क्योंकि ई-स्टांप करने वाली कम्पनी स्टाक होल्डिंग कारपोरेशन लिमिटेड का ऑफिस केवल जिला मुख्यालयों पर ही स्थित है। विभाग ने कुछ दिनों पहले जिले की छह और तहसीलों में कम्प्यूटराइज रजिस्ट्री शुरू की है।
ग्रामीण एरिया में कम रजिस्ट्री
सदर तहसील में प्रतिदिन 30 लाख रुपए से अधिक की रजिस्ट्री होती है जबकि ग्रामीण तहसीलों में प्रति दिन तीन-चार लाख रुपए की ही रजिस्ट्री होती है। उसमें भी सामान्य स्टांप से रजिस्ट्री होना काफी हद तक तय ही होता है। ई स्टांप से जहां रजिस्ट्री प्रक्रिया आसान हो जाती है। वहीं विभाग को भी सामान्य स्टांप के बदले ज्यादा फायदा होता है।
के्रता-विक्रेता को एक फॉर्म पर अपनी प्रापर्टी की समस्त डिटेल को दर्ज कर नगद या चेक आदि माध्यम से अपना पैसा स्टाक होल्डिंग के कलेक्ट्रेट और क्रास माल द रोड स्थित कार्यालय में जमा करना पड़ता है। जिस पर स्टाक होल्डिंग ई स्टांप बनाकर देता है। बाद में स्टाक होल्डिंग बारकोड से वेरिफाई करके उसे लॉक करता है।
रवि प्रकाश श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता
अभी स्टाक होल्डिंग कार्पोरेशन लिमिटेड का ऑफिस केवल गोरखपुर में है। इसलिए ई स्टांप से खरीद-बिक्री करने के लिए गोरखपुर आना होगा। भविष्य में मांग बढ़ने पर कम्पनी तहसीलों में भी अपना ऑफिस खोल सकती है।
रमाशंकर सिंह, एआईजी स्टांप