- कॉर्मल स्कूल पर गोली चलने की दिन भर रही चर्चा
- न मिली गोली, न देखा चलाने वाला, सिर्फ सुनाई दी आवाज से मचा हड़कंप
- पुलिस बोली, नहीं चली गोली, एक बाइक से आ रही थी आवाज
GORAKHPUR : महाभारत में अश्वत्थामा मारा गया। यह बात सभी ने मान ली। मगर देखा किसी ने नहीं। कुछ ऐसा ही हाल फ्राइडे को सिविल लाइंस में हुआ। जब अचानक कॉर्मल स्कूल पर गोली चलने की सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई। कुछ ही पल में पुलिस भी मौके पर पहुंची। मगर हकीकत कुछ नजर नहीं आई। न तो किसी ने किसी को गोली चलाते देखा और न ही वहां भगदड़ या हड़कंप जैसा माहौल नजर आया। सड़क पर चलने वाला हर शख्स नॉर्मल था। मगर स्कूल में मौजूद स्टूडेंट्स के साथ टीचर्स ने भी गोली की आवाज सुनने की बात कही। इसको लेकर दिन भर शहर में चर्चा बनी रही।
अफवाहों का बाजार रहा गरम
शुक्रवार को सुबह 10 से 11 बजे के बीच अचानक पूरे शहर में एक सूचना आग की तरह फैली कि कॉर्मल स्कूल पर किसी ने गोली चलाई है। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ है, मगर स्कूल का शीशा जरूर टूटा है। गोली चलने की सूचना न एसएसपी तक जा पहुंची। एसएसपी के आदेश पर तुरंत सीओ कैंट पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्कूल की स्टूडेंट्स और टीचर्स से पूछताछ की। सभी ने सिर्फ एक बात बोली कि गोली चलने की आवाज सुनाई दी थी, मगर देखा किसी ने नहीं। वहीं आसपास खड़े लोगों से पूछताछ में पता चला कि एक बुलेट बाइक निकली है जो गनशॉट की तरह आवाज कर रही थी। वहीं स्कूल की टीचर्स का कहना था कि सिटी माल से स्टेडियम की ओर जाने वाली रोड पर स्थित स्कूल के गेट के पास बाइक सवार दो युवक खड़े थे। उन्हीं लोगों ने हवाई फायरिंग की थी। जिससे क्लास 6 बी का शीशा भी टूट गया। सुरक्षा को देखते हुए बच्चों को क्लास रूम से बाहर निकाल कर हाल में इक्ट्ठा कर लिया गया था।
कार्मल स्कूल पर गोली चलने की सूचना मिली थी। मौके पर गया था। मगर पूछताछ में सभी ने गोली चलने जैसी आवाज सुनने की बात कही। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि एक बाइक निकली थी, जिससे बीच-बीच में गोली चलने जैसी आवाज आ रही थी।
अभय कुमार मिश्रा, सीओ कैंट
बेटी कॉर्मल स्कूल में पढ़ती है। उसने बताया कि किसी ने स्कूल पर गोली चलाई थी। एक क्लास का शीशा भी टूटा है। गोली चलने की बात से दिन भर टेंशन बनी रही। आखिर कौन थे वो लोग?
अजय शुक्ला, पैरेंट्स
मेरी बेटी कॉर्मल स्कूल में पढ़ती है। छुट्टी के बाद जब वह घर आई तो उसने गोली चलने की बात बताई। तब से टेंशन है। क्योंकि बच्चे स्कूल में रहते हैं। पता नहीं गोली चलाने वालों का क्या इरादा था।
गिरीश पाठक, पैरेंट्स