- आरटीओ में अब नहीं चलेगी दलालों की मनमानी वसूली

- कंप्यूटर ट्रैक पर गाड़ी चलाकर देंगे टेस्ट, वही बताएगा रिजल्ट

GORAKHPUR : आरटीओ में चल रहा दलालों का खेल खत्म होने वाला है। फर्जी डीएल से लेकर असली डीएल बनवाने तक में दलालों की मनमानी वसूली पर लगाम कसने के लिए आरटीओ एक बड़ी पहल करने जा रहा है। कुछ महीने पहले ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने 'सारथी' वेबसाइट लांच की थी। उसी को आगे बढ़ाते हुए विभाग ने अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए सारा प्रोसेस ऑनलाइन कर दिया है। अप्लिकेंट्स को डीएल बनवाने के लिए कंप्यूटर पर ही टेस्ट देना होगा। कंप्यूटर जी ही अप्लिकेंट का रिजल्ट बताएंगे।

कंप्यूटर पर दौड़ाइए गाड़ी

लाइसेंस बनवाने के लिए आने वाले अप्लिकेंट्स को कंप्यूटर पर एक ट्रैक मुहैया कराया जाएगा। अप्लिकेंट को उसी ट्रैक पर गाड़ी दौड़ानी होगी। टेस्ट में पास हुए या फेल, ये भी कंप्यूटर ही बताएगा। सारा शुल्क टाइमली जमा होगा और बायोमीट्रिक डाटा सबमिट करने के लिए ही ऑफिस आना पड़ेगा।

एक महीने में 15-20 आवेदन

ट्रैफिक डिपार्टमेंट के मुताबिक डीएल बनवाने वाले अप्लिकेंट्स की संख्या काफी अधिक है, लेकिन आनलाइन आवेदन काफी कम हो रहे हैं। एक महीने में सिर्फ 15 से 20 ही ऑनलाइन आवेदन ही आ रहे हैं। एक्सप‌र्ट्स इसकी वजह जागरूकता का अभाव बताते हैं।

सारा प्रोसीजर होगा ऑनलाइन

ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लिकेशन वेबसाइट www.sarathi.nic.in पर लॉगिन करना होगा। साइट पर दो ऑप्शन मिलेंगे। पहला लर्निग के लिए और दूसरा परमानेंट डीएल के लिए। आप जिस लाइसेंस के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, उसे सेलेक्ट कर फॉर्म फिल करना होगा। इसके बाद आप ऑनलाइन ही पेमेंट कर सकेंगे। फाइनल सबमिट होने पर अप्लिकेशन सबमिशन का मैसेज मोबाइल पर आ जाएगा। बायोमीट्रिक डिटेल्स जमा करने के लिए डेट फाइनल होने के बाद अप्लिकेशन का प्रिंट लेकर आरटीओ ऑफिस जाना होगा।

टेस्ट को ऑनलाइन करने की तैयारी चल रही है। जल्द ही ये सुविधा शुरू कर दी जाएगी।

एके गुप्ता, आरटीओ एनफोर्समेंट