- आरपीएफ के कुक, मोची, टेलर करेंगे अब यात्रियों की सुरक्षा

-आरपीएफ ग्रुप डी कर्मचारियों का ग्रुप सी में हुआ प्रमोशन

- 30 कर्मचारियों को आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में किया गया ट्रेंड

RGORAKHPUR: अब आरपीएफ ग्रुप डी के कर्मचारियों (मोची, कुक, टेलर और सफाईकर्मी) को न तो किसी सिपाही या अधिकारी के लिए रोटी सेंकनी होगी, न ही किसी की वर्दी चमकानी होगी और न ही शूज पॉलिश करनी होगी, क्योंकि आरपीएफ गु्रप डी के कर्मचारियों का प्रमोशन ग्रुप सी के लिए हो गया है। अब ये यात्रियों की सुरक्षा के लिए बंदूक चलाएंगे और वर्दीधारी हो जाएंगे, वहीं इनकी सुविधाओं में भी इजाफा हो जाएगा। इसके लिए इन्हें आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेंड भी कर दिया गया है।

चार दिन की ट्रेनिंग में बन गए सिपाही

आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर से मिली जानकारी के मुताबिक, कुल फ्0 कर्मचारी ऐसे थे जो मोची, कुक, टेलर और सफाईकर्मी के पद पर तैनात थे। करीब पांच साल तक इन्होंने अपनी सेवाएं दी। लेकिन अब इन कर्मचारियों के ग्रेड पे में बेहतरीन इजाफा हुआ है। प्रमोशन के कारण रेलवे की तरफ से इन्हें अच्छी खासी सुविधाएं भी अब मिलने लगेंगी।

हजारों रुपए का होगा इजाफा

गु्रप डी में जहां इनका ग्रेड पे क्फ्00-क्800 था। वहीं अब गु्रप-सी में इनका ग्रेड पे सीधे ख्,000 हो गया। इससे इनकी सैलरी में जहां हजारों रुपए का इजाफा होगा। वहीं अब इन्हें रेलवे की तरफ से एसी थर्ड क्लास का एक पास मिलेगा, वहीं दो सेकेंड क्लास का पास भी दिया जाएगा। इसके अलावा मेडिकल फैसिलिटीज अलग से जो पहले से भी मिलती चली आ रही थी।

ख्म्-फ्0 मार्च तक चली परीक्षा

इनकी तरक्की के लिए चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर आरके शर्मा के निर्देशन में तीन सदस्यीय टीम बनाई गई। जिसमें असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर अनिरुद्ध चौधरी, टीएन मिश्र व प्रेम प्रकाश शामिल रहे। तीन सदस्यीय टीम ने इन कर्मचारियों की रिटेन एग्जाम, प्रैक्टिकल, फिजिकल टेस्ट और आईटीडब्लूटी (हथियार से संबंधित टेस्ट) परीक्षा कराई। यह परीक्षा ख्म् से फ्0 मार्च तक चली।

डिपार्टमेंटल पॉलिसी के तहत इनका प्रमोशन हो चुका है। कल तक जो बेलन चलाते थे अब वह बंदूक चलाएंगे। इसके लिए बकायदा इन्हें ट्रेंड किया गया है।

आरके शर्मा, चीफ सिक्योरिटी कमिश्नर, आरपीएफ