गोरखपुर (ब्यूरो)। इन बसों को अलग-अलग रूटों पर संचालित किया जाएगा। इससे लोकल रूट के पैसेंजर्स को फायदा होगा। साथ ही गैर जनपद के पैसेंजर्स का आवागमन सुगम हा सकेगा। सड़कों पर परिवहन निगम की बसें संचालित होने के बाद भी पैसेंजर्स की परेशानी कम नहीं होती है। पैसेंजर्स को बस पकडऩे के लिए डिपो पर कई घंटे बसों का इंतजार करना पड़ता है। त्योहार के मौके पर ये परेशानी ओर बढ़ जाती है। कई रूट ऐसे हैं जिन पर बसों का रेगुलर संचालन नहीं होता है। इससे परिवहन निगम पर दबाव काफी बढ़ जाता है। बस की कमी को दूर करने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। जिस पर गोरखपुर डिपो को 40 बसें मिलने की उम्मीद है। बसों के मिल जाने से परिवहन निगम की तरफ से रूट का निर्धारण किया जाएगा।
70 की डिमांड मिली 40
एसएम परिवहन संजय यादव ने बताया कि लखनऊ मुख्यालय को 70 नई बसों की डिमांड की गई थी। इसमें से 40 बसें मिल चुकी हैं। जो कानपुर और जयपुर में तैयार की जा रही है। वहीं, लगभग 70 बसें पहले ही मिल चुकी है। अब बेड़े में कुल 110 बसें हो जाएंगी। अभी हाल में ही 12 पुरानी बसों को हटा दिया गया है। नई बसों के आने के बाद रूट का निर्धारण किया जाएगा।