- गुलरिहा पुलिस के हाथ लगे चार बदमाश

- माइक्रोफायनेंस कंपनी के कर्मचारी से लूटे थे 37 हजार

GORAKHPUR: बूढ़ाडीह में माइक्रोफायनेंस कंपनी के कर्मचारी से लूट का खुलासा पुलिस ने किया। डेढ़ माह की छुट्टी पर घर गया रोडवेज का संविदा कर्मचारी भी वारदात में शामिल था। बदमाशों के पास से पुलिस ने नकदी, असलहे, मोबाइल और लूट के सामान बरामद हुए। बदमाशों की गिरफ्तारी पर एसएसपी प्रदीप कुमार ने पुलिस टीम को ढाई हजार का इनाम दिया।

पांच मई को बदमाशों ने की वारदात

महराजगंज, श्यामदेउरवा स्थित भगहा नायक निवासी विंदेश्वर प्रसाद एक माइक्रोफायनेंस कंपनी में एजेंट है। कंपनी ने भटहट बाजार में अपनी ब्रांच खोली है। एजेंट्स गांव- गांव जाकर लोगों को स्वयं सहायता समूह के लिए रुपए देते हैं। पांच मई को ब्रांच से रुपए लेकर विंदेश्वर अपने एरिया में निकला। पकड़ी जंगल के पास बाइक सवार तीन युवकों ने उसको धक्का देकर गिरा दिया। उसके पास मौजूद रुपए लेकर भाग गए। पीडि़त ने पहले बताया कि बदमाश 56, 732 रुपए ले गए हैं। बाद में सिर्फ 37 हजार लूटने की सूचना दी। स्वाट टीम के प्रभारी रमाकर यादव, एसओ गुलरिहा जयव‌र्द्धन सिंह, सर्विलांस प्रभारी धर्मेद्र सिंह, एसआई भवानी भीख की टीम ने वेंस्डे को बदमाशों को गोरखपुर- महराजगंज के मुक्तिधाम से अरेस्ट किया। उनके पास से नकदी, अवैध असलहे और मोबाइल सहित कई सामान बरामद हुए।

पुराना कर्मचारी कर रहा था मुखबिरी

पकड़े गए लोगों की पहचान सहजनवां के डोहरिया खुर्द निवासी शंभू और कमलेश, संतकबीर नगर जिले धनघटा स्थित मुड़ई कला निवासी रामचंद्र उर्फ मोनू सिंह और खलीलाबाद के गौरापार निवासी ओंकार के रूप में हुई। बदमाशों ने पुलिस को बताया कि लूट में शामिल शंभू पहले विंदेश्वर प्रसाद के साथ काम कर चुका है। शंभू की मुखबिरी पर अन्य तीनों लूटपाट करने पहुंचे। सोनौली डिपो में संविदा कर्मचारी कमलेश डेढ़ माह की छुट्टी लेकर घर गया। अपने अन्य साथियों के साथ लूट करने पहुंच गया। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने लूट की रकम प्रति व्यक्ति नौ हजार के हिसाब से बांट ली थी।

वारदात में शामिल बदमाशों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। उनसे पूछताछ पर कई जानकारी मिली। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

प्रदीप कुमार, एसएसपी