- प्रमुख सचिव ने जारी किए निर्देश
- रेस्टोरेंट का होगा रेग्युलर इंस्पेक्शन
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : यूपी रोडवेज की बसों की दशा सुधारने की कवायद शुरू हो गई है। बसों के भीतर गंदगी मिनने पर जहां ड्राइवर्स जिम्मेदार होंगे। वहीं बस अड्डों पर खानपान की दुकानों की नियमित जांच होगी। साफ-सफाई न मिलने पर दुकानदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। प्रमुख सचिव के निर्देश पर रोडवेज के अधिकारी भी कार्रवाई की तैयारी में लग गए हैं।
बारिश में बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा
गोरखपुर सहित प्रदेश के अन्य बस अड्डों पर पैंसेजर्स की भीड़ उमड़ती है। बस पकड़ने वाले यात्री रोडवेज के आसपास दुकानों पर चाय, नाश्ता और भोजन करते हैं। बारिश के सीजन में साफ-सफाई के अभाव में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसको लेकर प्रमुख सचिव हेमंत राव ने निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि बस अड़्डों पर स्थापित जलपान गृहों की नियमित जांच की जाए। खाने-पीने का सामान तैयार करने, उनके रखने के स्थानों का इंस्पेक्शन किया जाए। रोडवेज के अफसर जिले के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अफसरों की मदद लेंगे।
बस में गंदगी तो जिम्मेदार होंगे ड्राइवर्स
रोडवेज की बसों में गंदगी नहीं नजर आएगी। डिपो से रवाना होने के पहले बसों में झाड़ू लगेगा। सीटों को पोंछकर चकाचक किया जाएगा। जांच के दौरान यदि बस में गंदगी मिली तो ड्राइवर जिम्मेदार होंगे। परिवहन निगम से जुड़े लोगों का कहना है कि बस के भीतर सफाई की जिम्मेदारी ड्राइवर को सौंपी गई है। सफाई के लिए ड्राइवर को प्रति बस 50 रुपए मिलेंगे। इसलिए ड्राइवर को भी कोई प्रॉब्लम नहीं होगी।
बस स्टेशन पर कैंटीन और अन्य दुकानों की चेकिंग का निर्देश है। बरसात में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी होता है कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। बसों के भीतर साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है। डिपो पर बसों में सफाई कराई जाती है। नये दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा।
सुग्रीव राय, रीजनल मैनेजर, गोरखपुर