- आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद बनने लगी धर्मशाला बाजार, चिलमापुर और मियां बाजार की रोड

- लापरवाही से पेडिंग पड़ा था काम, पब्लिक झेल रही थी दुर्गति

GORAKHPUR: सिटी की रोड्स अब खस्ताहाल नहींरहेंगी। वे जल्द ही चमचमाती नजर आएंगी। उन पर गाडि़यां फर्राटा भरेंगी। तीन महीने पहले आई नेक्स्ट ने सिटी की खस्ताहाल रोड्स को मुद्दा बनाकर पब्लिश किया था। खबर में आई नेक्स्ट ने लिखा था कि ये रोड्स अभी नहीं बन सकती है। हमने खबर में नगर निगम को भी यह सुझाव दिया था कि आखिर कैसे रोड्स को बनवाया जाए। आखिरकार नगर निगम के अफसरों के आई नेक्स्ट के सुझाव पसंद आए और सिटी की तीन प्रमुख सड़कों के बनाने का काम शुरू हो गया।

तीन साल बाद पड़ी अफसरों की नजर

प्लेस - चिलमापुर

राहगीरों की संख्या-लगभग क्0 हजार

वर्षो से यह सड़क खराब थी। तीन साल पहले ही यह सड़क गड्ढों में तब्दील हो गई थी। बारिश में इस सड़क पर आने जाने वाले लोगों को खासी मशक्कत करनी पड़ती थी। लोग घुटनों तक भरे पानी में अपने जूते उतारकर चलते देखे जा सकते हैं। यह स्थिति आजाद चौक तक रहती थी। बारिश वाले दिन तो इस रोड पर ख् से फ् फीट तक पानी जमा हो जाता था। इस रोड को बनाने के लिए स्थानीय नागरिकों ने कई बार प्रदर्शन किया। इस रोड से रोजाना करीब क्0 हजार से अधिक पब्लिक अवागमन करती है। लगभग दो किमी लंबी इस सड़क पर गिट्टी और मिट्टी बिछा दी गई है। स्थानीय पार्षद संजय सिंह का दावा है कि क्भ् अप्रैल तक रोड बन जाएगी।

फर्म के अभाव में रुका था काम

प्लेस- कोतवाली रोड

राहगीरों की संख्या- रोजाना ख्0 से ख्भ् हजार

पिछली बारिश में यह रोड पूरी तरह से टूट गई थी। घोष कंपनी चौराहे से लेकर कोतवाली तक इस रोड पर केवल गड्ढे ही गड्ढे नजर आते थे। लोगों का पैदल क्या गाडि़यों से चलना मुहाल हो गया था। रोड निर्माण को लेकर कई बार पार्षद मनीष सिंह डीएम और नगर आयुक्त को कंप्लेन कर चुके थे। इस पर नगर निगम दो बार टेंडर भी निकाला, लेकिन हॉट मिक्स प्लाट की फर्म न होने के कारण रोड नहीं बन पा रही थी। आखिरकार क्0 मार्च से रोड बननी शुरू हो गई है। क्ब् दिन में आधी सड़क पर बोल्डर और मिट्टी का लेप बिछा दिया गया है। क्0 अप्रैल तक रोड पूरी बन जाने की उम्मीद है

लंबे जद्दोजहद के बाद बनी रोड

प्लेस- धर्मशाला बाजार

राहगीरों की संख्या- डेली कम से कम भ्0 हजार

नगर निगम के बोर्ड गठन के बाद धर्मशाला बाजार की पब्लिक को उम्मीद जगी कि यह रोड बन जाएगी। प्रस्ताव तैयार होते ही यह रोड बनने से पहले ही नगर निगम के अफसरों, पार्षदों और सिटी में कई जनप्रतिनिधियों की आपसी वर्चस्व का शिकार हो गई। इस रोड के निर्माण के लिए कई बार पार्षद ने बोर्ड बैठक में मुद्दा भी बनाया। आई नेक्स्ट भी इस रोड के टूटने की खबर को प्रमुखता से पब्लिश भी कर चुका है। आई नेक्स्ट की खबर के बाद नगर निगम प्रशासन जागा और रोड बनाने का काम शुरू किया। स्थिति यह रही कि एक माह में यह रोड बन कर तैयार हो गई।

सिटी की तीन प्रमुख सड़कों के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। कुछ और सड़कें हैं, जिनके निर्माण का काम जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

राजेश कुमार त्यागी, नगर आयुक्त