GORAKHPUR: पीडब्ल्यूडी भवन का निर्माण में वही ईट यूज की जा रही हैं जो राज्यपाल व मुख्यमंत्री के आने पर हेलीपैड के निर्माण में यूज की गई थी। सूत्र बताते हैं कि इन ईटों का एक बार भुगतान हो चुका है। इसके बाद भी इसके लिए दोबारा भुगतान लेने की तैयारी है। फ्क् अक्टूबर ख्0क्ख् को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इंजीनिय¨रग कालेज में आए थे, उन्होंने इंजीनिय¨रग कालेज को प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की थी। 8 अक्टूबर ख्0क्फ् को पुन: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आए थे। खुटहन खास में भी उनका एक बार आना हुआ था। अभी हाल में विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राम नाईक का आगमन हुआ था। इनके आगमन पर इंजीनिय¨रग कालेज, विश्वविद्यालय व खुटहन खास में बने अस्थायी हेलीपैड की ईटों को उखाड़कर स्टोर में रखवा दिया गया था। अब जब प्रांतीय खंड भवन का निर्माण हो रहा है तो इसमें हैेलीपैड के उन्हीं ईटों को मंगाया जा रहा है। जानकारों का आरोप है कि इन ईटों का एक बार भुगतान लिया जा चुका है, दोबारा निर्माण दिखाकर दोबारा भुगतान लेने की तैयारी चल रही है।

समारोह होने के बाद इन ईटों को उखाड़कर स्टोर में रखी गई थी। अब जरूरत पड़ी तो बेकार पड़ी इन ईटों का उपयोग किया जा रहा हैं।

इ। एके सिंह प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता