- सड़क हादसों ने जनवरी में लील लीं 20 से अधिक जानें

-लापरवाही, हाई स्पीड और सड़कों की बनावट बनी प्रॉब्लम

GORAKHPUR: जिले की सड़कें खूनी हो गई हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि जनवरी महीने में हुए सड़क हादसे कह रहे हैं। सिर्फ इसी महीने में हुए हादसों में 20 से अधिक लोगों की जान चली गई। जबकि करीब सौ लोग घायल हुए हैं। साल के पहले महीने में हुई ये मौतें हादसों की भयावहता बताने के लिए काफी हैं।

लापरवाही के चलते

जिले की सड़कों पर एक्सीडेंट बढ़ते जा रहे हैं। वाहन चलाने के दौरान होने वाली लापरवाही से रोजाना एक्सीडेंट होते हैं। बाइक की टक्कर हो या फिर दो वाहनों के बीच आमने-सामने से टकराहट, हर जगह लापरवाही सामने आती है। ऐसे में बढ़ते हुए हादसों को रोक पाना मुश्किल हो जा रहा है।

एक्सीडेंट की प्रमुख घटनाएं

-30 जनवरी, सहजनवां में एसओ की जीप से चपेट में छात्र की मौत

-29 जनवरी, बेलीपार, चौरीचौरा में एक्सीडेंट तीन लोगों की मौत

-25 जनवरी, खजनी और नौसढ़ में एक्सीडेंट दो की मौत, छह घायल

-21 जनवरी, जगदीशपुर फोरलेन पर एक्सीडेंट में एक की मौत, तीन घायल

-18 जनवरी, खोराबार के कुसम्ही जंगल में एक्सीडेंट एक की मौत, छह घायल

-15 जनवरी, चौरीचौरा, सहजनवां, चिलुआताल में एक्सीडेंट दो की मौत, 20 घायल

-14 जनवरी, खोराबार , गुलरिहा और बेलघाट में एक्सीडेंट में तीन की मौत, पांच घायल

-10 जनवरी, खजनी एरिया के भैंसा बाजार में बाइक सवार की मौत

-05 जनवरी, गोला एरिया में रोडवेज और स्कूली बस में टक्कर, दो की मौत, आठ घायल

-04 जनवरी, मानीराम में और मोतीराम अड्डा में एक्सीडेंट तीन की मौत, तीन घायल

ये हैं वजहें

-वाहनों की तेज रफ्तार

-सुरक्षा के उपायों की अनदेखी करना

-नशा करने के बाद वाहन चलाने

-मोबाइल का इस्तेमाल करने, तेज आवाज में स्टीरियो बजाना

-सड़क पर इधर-उधर ध्यान देने और अपने लेन में न चलना।

-सड़कों की इंजीनियरिंग में गड़बड़ी, मरम्मत में लापरवाही

-गलत तरीके से ओवरटेक, खराब मौसम में ड्राइविंग

- सड़क पर गलत तरीके से मुड़ने, अचानक सड़क पार करने, सवारी भरने के चक्कर में बे्रक लेने

साल दर साल बढ़ रहे हादसे

वर्ष एक्सीडेंट मौत घायल

2015 1872 129 432

2014 2012 139 525

2013 2286 152 401

नोट: तमाम छोटी घटनाओं, अस्पतालों में हुई मौत का कोई आंकड़ा नहीं है।

बाइक से हो रहीं सर्वाधिक घटनाएं

ट्रैफिक पुलिस के तीन साल के आंकड़ों के मुताबिक जिले में बाइक से सर्वाधिक एक्सीडेंट हुए। फोर व्हीलर से होने वाले एक्सीडेंट दूसरे नंबर पर हैं जबकि बड़े और भारी व्हीकल से हादसे हुए हैं।

इन वाहनों से हादसे

बाइक से-348

फोर व्हीलर, हल्के वाहन से- 137

बड़े वाहनों से- 44

ये जगहें हैं खतरनाक

-चौरीचौरा एरिया में तरकुलहा मोड़

-झंगहा एरिया में मोतीराम अड्डा

-खोराबार एरिया में जगदीशपुर- कोनी मोड़, जंगल चंवरी और जंगल सिकरी।

-बेलीपार एरिया में चारपान-हाटा मोड़, एकला तिराहा,

-सहजनवां एरिया में बोक्टा, कालेसर, भीटीरावत के आसपास

-चिलुआताल एरिया में महेसरा पुल और चिऊटहां पुल

ऐसे रख सकते हैं जीवन सुरक्षित

-सड़क पर सावधानी पूर्वक चलें

-नशा करने के बाद कोई वाहन न चलाएं

-फोरलेन और टू-लेन पर तय स्थानों से ही सड़क पार करें।

-ट्रैफिक के नियमों का पालन करें, रात में डिपर और हार्न का जरूर प्रयोग करें।

-वाहन चलाते समय मोबाइल, कार स्टीरियो का इस्तेमाल करने से बचें।

रोड एक्सीडेंट रोकने के लिए समय-समय पर जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं। गति सीमा तोड़ने वाले वाहनों की जांच करके चालान किया जाता है। एक्सीडेंट वाली जगहों को चिन्हित किया जा चुका है। ज्यादातर एक्सीडेंट गलत तरीके से ओवर टेक करने, हाई स्पीड में चलने की वजह से हुए हैं।

-बीएन गुप्ता, टीएसआई