गोरखपुर (अमरेंद्र पांडेय).डीएम कृष्णा करुणेश ने नदियों के जल स्तर बढऩे पर एडीएम एफआर व जिला आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट मोड रहने का निर्देश जारी किया है। साथ ही बंधे के कटान पर निगरानी बढ़ाए जाने का भी निर्देश जारी किया गया है।
संवेदनशील, अतिसंवेदनशील पर चौकसी बढ़ी
पिछले चार दिन से लगातार बारिश हो रही है। शहर जलभराव से जूझ रहा है, तो नदियों के जल स्तर बढऩे से जल निकासी की समस्या उत्पन्न हो गई है। बंधे पर लगाए गए पंपिंग सेट भी जवाब देने लगा है। उफान मार रही नदियां भी खतरे के बिंदु से ऊपर चढ़ गई हैैं। जल स्तर बढऩे से सभी चौकियों, निगरानी समितियों को चौकन्ना कर दिया गया है। बूढ़ी राप्ती के ककरही का खतरा बिंदु 85.65 आरएल मीटर है। अब जल स्तर बढ़ते ही 85.680 आरएल मीटर हो गया है। वहीं रोहिन नदी के त्रिमुहानी घाट का खतरा बिंदु 82.44 आरएल मीटर है। लेकिन जल स्तर बढ़ते ही 81.580 पहुंच गया है।
12.28 एमएम हुई बरसात
जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता बताते हैैं कि 17 सितंबर को 12.28 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। क्रमिक योग 570.60 मिमी है। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश होते देख और नदियों के जल स्तर बढ़ते देख सभी चौकियों को सक्रिय कर दिया गया है। बाढ़़ सुरक्षा समितियों को संवेदनशील व अतिसंवेदनशील बंधे पर निगरानी बढ़ा दी गई है। जिसकी रिपोर्ट पल-पल जिला आपदा को देनी है।
महीना - औसत वर्षा - वर्षा (2021)- वर्षा (2022)
जून - 173.7 - 294.5 - 150.3
जुलाई - 397.4 - 452.1 - 104.6
अगस्त - 319.5 - 440.9 - 258.6
सितंबर - 253.4 - 220.1 - 314.4
नोट - सितंबर माह में 15 सितंबर तक आंकड़ा है।
रिवर - डेंजर लेवल - रिवर स्टेट्स
सरयू (घाघरा, अयोध्या) - 92.73 - 92.36
सरयू (घाघरा, तुर्तीपार) - 64.01 - 63.55
कुआनो (मुकलिशपुर) - 78.65 - 75.87 -
राप्ती (बर्डघाट) - 74.98 - 71.90
रोहिन (त्रिमुहानीघाट) - 82.44 - 81.52
खंड - संवेदनशील - अतिसंवेदनशील - कुल संख्या - रेगुलेटर - बाढ़ सुरक्षा समिति
बाढ़ खंड - 14 - 10 - 24 - 35 - 25
बाढ़ खंड-2 - 09 - 02 - 11- 29 - 17
डे्रेनेज खंड - 13 - 07 - 20 - 20 - 68
कुल - 36 - 19 - 55 - 84 - 110
तहसील नाम - बाढ़ चौकियों की संख्या
सदर - 14
कैंपियरगंज - 15
चौरीचौरा - 4
सहजनवां - 10
बांसगांव - 19
खजनी - 11
गोला - 13
कुल - 86
कुल तहसील की संख्या - 9
छोटी नावों की संख्या - 59
मझौली नाव की संख्या - 268
बड़ी नाव की संख्या - 70
कुल नाव - 397
नदियों का जल स्तर बढ़ा है। बाढ़ चौकियां, समितियों को एक्टिव कर दिया गया है। बड़ी, छोटी नाव भी बाढ़ प्रभावित एरिया में लगाई जाएंगी। हम लोग द्वारा पल-पल निगरानी की जा रही है।
- कृष्णा करुणेश, डीएम