- सहजनवां के जोगिया कोल की घटना

- काफी दिनों से दोनों के बीच चल रहा था जमीन का विवाद

- जमीन पर निर्माण कार्य कराने के दौरान हुआ बवाल

GORAKHPUR : सहजनवां थानाक्षेत्र के जोगिया कोल गांव में सोमवार को जमीनी विवाद को लेकर हत्या का मामला सामने आया। जमीन पर चल रहे निर्माण कार्य रोकने के विरोध में पड़ोस के लोगों ने रिटायर्ड शिक्षक को फावड़े से काटकर मौत के घाट उतार दिया। सूचना पाकर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपी भाग निकले थे। परिवार के लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने तीन को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।

मगहर में शिक्षक थे मूलचंद

सहजनवां एरिया के जोगिया कोल निवासी मूलचंद उपाध्याय मगहर में शिक्षक थे। 2010 में वह रिटायर हो गए थे। इसके बाद से ही घर पर ही रहते थे। जमीन को लेकर पड़ोस के रामदीन मौर्या से विवाद चल रहा था। सोमवार की सुबह रामदीन, शिक्षक की जमीन पर निर्माण कराने लगा। मूलचंद को जब इसकी जानकारी हुई, तो वह मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य रोकने लगे। इस बीच दोनों के बीच कहासुनी हो गई। तभी मूलचंद के बेटे बैजनाथ और जयप्रकाश भी वहां पहुंच गए। शिक्षक को अकेला पाकर लाठी डंडे से हमला कर घायल कर दिया। वहीं एक ने फावड़े से सिर पर प्रहार कर दिया। घायल होकर वह जमीन पर गिर गए। उनकी हालत देखकर मुकामी लोगों ने तत्काल सहजनवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। हमले में दोनों पक्ष के लोग चोटिल हैं।

18 फीट जमीन पर विवाद

अट्ठारह साल से 18 फीट जमीन को लेकर मृतक रिटायर्ड शिक्षक मूलचंद और रामदीन मौर्या के बीच विवाद चल रहा था। विवादित जमीन पर समझौता भी कराया गया, लेकिन दोनों पक्षों ने इसे नहीं माना, इसका असर यह रहा कि रिटायर्ड शिक्षक को जान गवानी पड़ी। मृतक मूलचंद के चार बेटे और एक बेटी है। घटना के समय संजय खेत में धान की सिंचाई कर रहे थे। वहीं अन्य बेटे किसी काम से बाहर गए थे। इस बीच मौका पाकर आरोपियों ने हमला कर दिया। रिटायर्ड शिक्षक की हत्या के बाद घर में कोहराम मच गया। जानकारी होने पर गांव वाले भी मौके पर पहुंच गए। परिवार के लोगों का रो रो कर हाल बुरा था। उधर बेटे भी इस घटना से आहत है।

शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वादी अखिलेश उपाध्याय की तहरीर पर मनीष मौर्या समेत आठ लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने तीन को हिरासत में लिया है।

- राजकुमार सिंह, एसओ, सहजनवां