गोरखपुर (ब्यूरो)।जू प्रशासन ने पिछले दिनों अरिगनर अन्ना जूलॉजिकल पार्क, वंडालूर चेन्नई से वन्यजीवों के एक्सचेंज के लिए पत्राचार किया था। इसमें केंद्रीय चिडिय़ाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली से अनुमति प्राप्त होने के बाद दो रिटीकुलेटेड पाइथन और दो बोनट बंदर बुधवार सुबह गोरखपुर जू में पहुंचेंगे। जू के पशु चिकित्साधिकारी डॉ। योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि इन वन्यजीवों का अभिवहन चेन्नई से कानपुर जू तक कानपुर जू की टीम की ओर से किया जा रहा है। गोरखपुर जू से डॉ। रवि यादव की टीम कानपुर से गोरखपुर लाने के लिए गई है।
50 किलो का होता है रिटीकुलेटेड पाइथन
रिटीकुलेटेड पाइथन सबसे बड़े सांपों में से एक है। इसके शरीर पर विशेष प्रकार के धब्बे होते हैं। यह कभी-कभी मनुष्य का भी शिकार कर लेता है। इसकी औसत लंबाई 15 से 20 फीट की होती है और इसका भार 50 केजी तक होता है। यह मुख्य रूप से दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में पाया जाता है। गोरखपुर जू में अभी तक इस प्रजाति का सांप नहीं था। दर्शकों के लिए यह एक अलग कौतूहल पैदा करेगा।
जू में बंदर का बाड़ा पूर्व से ही निर्मित है जिसमें केवल एक मादा बंदर ही है।