गोरखपुर (ब्यूरो)। जेमिनी पैराडाइज मेें महिलाएं जमकर थिरकीं और गेम्स भी खेले। इसके अतिरिक्त झंगहा, कौड़ीराम, गगहा आदि स्थानों पर प्रोग्राम हुए। विभिन्न कार्यक्रमों में महिलाओं को सम्मान देने का संकल्प लिया गया। साथ में बराबरी का दर्जा देने के संदर्भ में भी सभी ने हाथ बढ़ाए।
आजादी के बाद महिलाओं को मिला मतदान का अधिकार: सीएम योगी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वतंत्रता और समता का भाव भारत के संविधान की मूल आत्मा है। इसी कारण आजादी के बाद से ही देश में महिलाओं को मतदान का अधिकार मिल गया था, जबकि इंग्लैंड सहित दुनिया के कई विकसित देशों में महिलाओं को अपने इस अधिकार के लिए आंदोलन तक करने पड़े। इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम 'स्थायी कल के लिए लैंगिक असमानता को दूर करना जरूरीÓ के महत्व को भारत में बहुत पहले ही समझ लिया गया था। सीएम मंगलवार को महायोगी गोरखनाथ यूनिवर्सिटी के कॉलेज आफ नर्सिंग परिसर में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर चीफ गेस्ट संबोधित कर रहे थे। नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं से संवाद करते हुए सीएम ने बारी-बारी से उन योजनाओं और उनसे मिलने वाले लाभ को गिनाया। इस दौरान सीएम ने कॉलेज आफ नर्सिंग की छात्राओं से टैबलेट या स्मार्टफोन मिलने की जानकारी ली। जब उन्होंने बताया कि अभी वह इस योजना का लाभ नहीं पा सकी हैं तो योगी ने उन्हें जल्द ऐसा सुनिश्चित होने का आश्वासन दिया।
महिलाओं को समर्पित वार्षिक कैलेंडर जारी करेगा डीडीयूजीयू: वीसी
डीडीयूजीयू के वूमेन स्टडीज सेंटर और वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से ऑनलाइन व्याख्यान हुआ। वीसी प्रो। राजेश सिंह ने कहा कि वूमेन स्टडीज सेंटर की ओर से महिलाओं को समर्पित एक वार्षिक कैलेंडर जारी किया जाएगा, जिसमें हर महीने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने वाले विषयों को अंकित किया जाए। कैसे वो अपने अधिकारों, इंक्यूबेशन सेंटर, एंटरप्रेन्योर, स्टार्टअप में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित हों। वीसी ने कहा, केंद्र की ओर से गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर में 100-100 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों आंगनबाड़ी किट वितरित किए जाने के लिए चिन्हित किया जाएगा। मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के शिक्षा विभाग की सेवानिवृत्त शिक्षिका प्रो। सुषमा शर्मा ने कहा कि लैंगिक समानता के लिए बेटियों के साथ लड़कों को भी जागरूक करने की जरूरत है। आमंत्रित अतिथि कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी की डॉ। निर्मला चौधरी ने भी अंतररराष्ट्रीय महिला दिवस की उपयोगिता पर विधिवत प्रकाश डाला। इस दौरान समन्वयक प्रो। सुषमा पांडेय और प्रो। दिव्या रानी सिंह आदि मौजूद थे।
वॉकाथन से दिया लैंगिक समानता का संदेश
गोरखपुर यूनिवर्सिटी की ओर से 'लेट््स वाक टूगेदरÓ वॉकाथन को रवाना किया गया। यह प्रोग्राम गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वूमेन स्टडी सेंटर, गुआ और गृहविज्ञान विभाग की ओर से किया गया। चीफ गेस्ट राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अंजू चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर वॉकाथन को रवाना किया। वॉकाथन का मकसद लैंगिक समानता पर महिलाओं के साथ साथ समाज के अन्य लोगों को जागरूक करना है।