- सुधरने लगी स्पेशल वार्ड की हालत, हो रही है मरम्मत
- आई नेक्स्ट की खबर का हुआ असर, जागे जिम्मेदार
GORAKHPUR : डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल का स्पेशल वार्ड काफी दिनों से बीमार था। आई नेक्स्ट ने यहां की बदहाली की कहानी क्म् मार्च के इशु में 'यहां की बीमारी स्पेशल है' हेडिंग से पब्लिश की थी। खबर छपने के बाद हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की नींद खुली और रिपेयरिंग वर्क स्टार्ट कराया गया।
बेहद खराब थी वार्ड की हालत
स्पेशल वार्ड के नाम पर पेशेंट्स से पैसा तो खूब वसूला जा रहा?था, लेकिन सुविधा नहीं मिल रही थी। वार्ड में टूटे बेड, फटी चादरें और गद्दे हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन को मुंह चिढ़ा रहे थे। टॉयलेट से दरवाजे तक गायब थे। तीमारदारों ने कई बार कंप्लेंट की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। आई नेक्स्ट ने इस वार्ड की हालत को पब्लिश किया। खबर का असर हुआ और सैटर्डे से वार्ड की सफाई, बेडों की मरम्मत और टॉयलेट में दरवाजा लगवाने का काम शुरू हो गया है।
हर केबिन में अटेंडेंट बेंच
वार्ड में अटेंडेंट को बैठने के लिए जुगाड़ नहीं ढूंढना पड़ेगा। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने पेशेंट्स साथ आए अटेंडेंट्स के बैठने के लिए भी व्यवस्था की है। स्पेशल वार्ड के हर केबिन में बेंच लगाए जाएंगे।
शुरू हुई छतों की मरम्मत
स्पेशल वार्ड की छत से पानी रिसता है। इस वजह से दीवारों के प्लास्टर पूरी तरह से उखड़ चुके हैं। छत में दरार पड़ जाने की वजह से बारिश का पानी दीवारों से रिसने लगता है। इन सभी को ठीक कराने के लिए हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने छतों की सफाई और मरम्मत शुरू करा दी है।
स्पेशल और प्राइवेट वार्ड के अधूरे कार्य पूरे किए जा रहे हैं। बाथरूम के टूटे दरवाजे बदलने के निर्देश दिए गए हैं। एक हफ्ते के भीतर सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे। वार्ड की पेंटिंग और अन्य कार्यो के लिए प्रस्ताव तैयार करने का आदेश इंजीनियर को दे दिया गया है।
डॉ। एचआर यादव, सुप्रिटेंडेंट इन चीफ