- पहले एक एरिया में फॉल्ट होने से पूरे एरिया की गुल हो जाती थी बिजली

- बिजली विभाग इस गर्मी गोरखपुराइट्स को देगा राहत

GORAKHPUR: बिजली विभाग अब शहर में ऐसा सिस्टम लागू करने जा रहा है, जिससे जिस गली में फॉल्ट होगा, उसी गली की बिजली गुल होगी। उस मेन फीडर के अन्य गलियों में उजाला रहेगा। स्काडा योजना के तहत लगाए जा रहे इस सिस्टम के बाद शहर में बिजली कटौती के कारण होने वाले हंगामे से निजात मिलने की उम्मीद है।

आरएमयू सिस्टम से करेंगे कंट्रोल

महानगर विद्युत वितरण निगम के डिवीजन थर्ड के एक्सईएन संजय यादव का कहना है कि आईपीडीएस योजना के तहत पूरे महानगर में आरएमयू(रिमोट मॉनिटरिंग यूनिट) से लोकल फॉल्ट कंट्रोल करने का कार्य किया जाएगा। इस सिस्टम से सब स्टेशन से जुड़े सभी ट्रांसफॉर्मर्स को जोड़ा जाएगा और जैसे ही उस ट्रांसफॉर्मर से जुड़े किसी भी एलटी लाइन में फॉल्ट होगा, वह फीडर ट्रांसफॉर्मर से डिसकनेक्ट हो जाएगा और उस ट्रांसफॉर्मर से निकली अन्य एलटी लाइन में बिजली सप्लाई चालू रहेगी। अभी तक ऐसी स्थिति में पूरा ट्रांसफॉर्मर बंद हो जाता था। जब बिजली विभाग के कर्मचारी आते थे फॉल्ट एलटी लाइन की बिजली काटते थे और अन्य एरिया की सप्लाई चालू करते थे। इस सिस्टम में एक और फायदा होगा कि अगर कोई ट्रांसफॉर्मर जलता है तो उस ट्रांसफॉर्मर की ही केवल बिजली गुल होगी न कि उस फीडर की बिजली गुल होगी।

गर्मी में अक्सर होता है हंगामा

गर्मी के मौसम में किसी एक गली में फॉल्ट होता है तो पूरे एरिया की बिजली गुल हो जाती है। ऐसे में एक गली में हुए फॉल्ट के कारण पूरे एरिया को बिजली कटौती का सामना करना पड़ता था। कई बार इस कारण गर्मी में हंगामा भी हो जाता है। यह प्रॉब्लम सबसे अधिक शाहपुर, लालडिग्गी और रुस्तमपुर सब स्टेशन से जुड़े हुए इलाकों में होती है। इन सब स्टेशन से जो फीडर निकले हुए हैं वह बहुत लंबी दूरी तक वाले हैं। ऐसे में अगर इस सब स्टेशन के एक फीडर की किसी गली में फॉल्ट होता है तो कई मोहल्लों की बिजली गुल हो जाती है।

यह होगा लाभ

- लाइन लॉस कम हो जाएगा

- फॉल्ट का लोकेशन जल्द मिल जाएगा

- पेट्रोलिंग करने में आसानी होगी

- लोगों को बिजली कटौती की मार कम झेलनी पड़ेगी

- बार-बार पब्लिक हंगामा नहीं करेगी

- फॉल्ट जल्द ठीक हो जाएगा

- लोगों को अधिक बिजली मिलेगी

- कंप्लेन का इंतजार नहीं करना पड़ेगा

वर्जन

शहर में बिजली सप्लाई को लेकर बहुत बड़े स्तर पर सुधार के काम हो रहे हैं। कुछ नहीं तकनीकी भी विकसित की जा रही है। आरएमयू तकनीकी से पब्लिक और विभाग दोनों को बहुत अधिक लाभ होगा।

-आरआर सिंह, एसई महानगर विद्युत वितरण निगम