गोरखपुर की प्रमुख ट्रेनों को भी स्पेशल के रूप में चलाने की योजना
प्रस्ताव तैयार, रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलते ही चलनी शुरू होंगी ट्रेनें
कृषक, इंटरसिटी, दादर, कोचीन व पूर्वाचल एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनें भी स्पेशल के रूप में चलाई जाएंगी। इसका प्रस्ताव तैयार है, जिसे एक-दो दिन में रेलवे बोर्ड को भेज दिया जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलते ही ट्रेनों का संचलन शुरू हो जाएगा। लखनऊ, वाराणसी, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई आने-जाने वाले यात्रियों को इससे सहूलियत मिलेगी।
लॉकडाउन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे लोगों की सुविधा के लिए स्पेशल ट्रेनों के विस्तार की योजना बन रही है। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर से चलने वाली उन ट्रेनों को स्पेशल एक्सप्रेस के रूप में चलाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जो ट्रेनें सामान्य दिनों में फुल रहती हैं। जिन ट्रेनों की सीटें आधी या उससे कम भरती हैं, उन पर अभी विचार चल रहा है। पैसेंजर और डेमू ट्रेनों पर अभी कोई चर्चा नहीं है।
विभागीय जानकारों के अनुसार, गोरखपुर से वाराणसी और लखनऊ के बीच चलने वाली इंटरसिटी व कृषक एक्सप्रेस के अलावा गोरखपुर से कोलकाता जाने वाली पूर्वाचल व मौर्य, दादर तथा गोरखपुर से सिकंदराबाद व बेंगलुरु के बीच चलने वाली कोचीन एक्सप्रेस को भी मंजूरी मिल सकती है। फिलहाल, पहली जून से गोरखपुर से दिल्ली हिसार के लिए एक, अहमदाबाद के लिए एक व मुंबई के लिए तीन सहित कुल पांच ट्रेनें चल रही हैं। देश भर में 200 स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं।