- बिजली विभाग, हाउस टैक्स और रेंट वसूलने के लिए घूम रही टीम
- बिल न देने पर काट रहे कनेक्शन, सील कर रहे दुकान
GORAKHPUR : अगर आपका जीएमसी एरिया में घर या दुकान है और आप हाउस टैक्स, रेंट या बिजली विभाग के बकायेदार हैं तो सावधान हो जाइए। नगर निगम और बिजली विभाग की टीमें शहर में बकाया वसूलने के लिए कभी भी आपका दरवाजा खटखटा सकती हैं। जहां बकाया है, वहां वसूली न होने पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं। नगर निगम दुकानों को सील कर रहा है। बिजली विभाग जहां 21 जुलाई से अभियान चलाकर चेकिंग कर रहा है तो नगर निगम ने दो दिन पहले ही बकाया वसूली शुरू की है।
10 करोड़ रुपए है बकाया
नगर निगम के आंकड़ों पर नजर डालें तो शहर में 2142 दुकानें हैं। जिन पर निगम का करीब 10 करोड़ रुपए बकाया है। पिछले तीन महीनों से राज्य वित्त आयोग से एक फूटी कौड़ी न मिलने के कारण नगर निगम की माली हालत खस्ता है। विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए जीएमसी ने सिटी में बकाया टैक्स वसूली का अभियान शुरू किया है। टैक्स कलेक्टर्स को हर घर तक बिल पहुंचाने और वसूली के लिए लगा दिया गया है। रेंट, विज्ञापन और राजस्व विभाग के कर्मचारियों को दुकानों का बकाया वसूलने का जिम्मा सौंपा गया है। बकाया न चुकाने पर मंडे को 8 और ट्यूज्डे को 5 दुकानें सील की जा चुकी हैं। दो दिन में करीब 8 लाख रुपए का बकाया वसूल किया गया है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी रबीस चंद ने बताया कि 50 हजार रुपए से ज्यादा बकाया वाले 200 से अधिक बकायेदारों को नोटिस दिया जा चुका है।
अभी तक 500
बिजली विभाग की टीम बिल वसूली के लिए घर-घर दस्तक दे रही है। 1 जुलाई से लेकर 20 जुलाई तक जेई के नेतृत्व में एरिया वाइज अभियान चलाया गया था। फिर 21 जुलाई से तीन सब स्टेशनों में चेकिंग अभियान चल रहा है। बकाया बिल न चुकाने पर अब तक 500 से ज्यादा घरों की बिजली काटी जा चुकी है। महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह का कहना है कि बकाया वसूली अभियान में 29 सितंबर तक तारामंडल, खोराबार और विकास नगर सब स्टेशन के हर घर की चेकिंग होगी। ट्यूज्डे को चेकिंग अभियान में कुल 307 कनेक्शन की चेकिंग की गई और बकाया न देने पर 35 कनेक्शन काटे गए।