- कच्ची कारोबारियों पर फुटकर कार्रवाई

- बड़े गैंग नहीं चिन्हित कर सका विभाग

GORAKHPUR: जिले में कच्ची के कारोबार का जाल फैलता जा रहा है। वर्दीवालों के टालमटोल में कारोबारी मौज काट रहे हैं। सुस्त कार्रवाई के चलते शराब माफियाओं की तादाद नहीं बढ़ सकी। सालों से चल रहे धंधे में सिर्फ सात माफिया रजिस्टर्ड हैं। पुलिस के सीनियर अफसरों का कहना है कि समय-समय पर अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है।

सिर्फ सात थाना क्षेत्रों को किया चिन्हित

कच्ची के कारोबारियों पर शिकंजा कसने में घोर लापरवाही होती है। ऊपर से निर्देश आने पर कुछ दिनों तक तोड़फोड़ और धर पकड़कर पुलिस शांत हो जाती है। लगातार सक्रिय रहने वाले कारोबारियों शिंकजा कसने की कार्रवाई नहीं हो पाती। जिले के लगभग हर थाना क्षेत्र में कच्ची शराब बिकती है। पुलिस रिकार्ड में चिलुआताल, चौरीचौरा, पिपराइच, राजघाट, गुलरिहा और गोरखनाथ में शराब बनती है। यहां से कारोबारी शराब लेकर दूसरी जगहों पर बेचते हैं।

जिले में सात माफिया, 25 सदस्य

पुलिस ने आबकारी माफिया के रूप में सात गैंग को रजिस्टर्ड किया है। इस माफिया गैंग में कुल 25 सदस्य हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। करीब तीन साल पहले रजिस्टर्ड माफियाओं के गैंग मेंबर्स भी बढ़ें। कई नये लोग भी धंधे से जुड़े, लेकिन रजिस्टर में इनकी संख्या में नहीं बढ़ सकी।

थाना माफिया

चिलुआताल श्रीकांत और बेचू तेनुअहिया

गुलरिहा अर्जुन, महराजगंज चौराहा

पिपराइच रवि निषाद, चिलबिलवा

चौरीचौरा शिवशंकर, मुंडेरा बाजार

गोरखनाथ निर्मोही, रामपुर नया गांव

राजघाट समारू, चकरा अव्वल