- रामगढ़ताल के पानी में दिखने लगी गंदगी, लगातार बढ़ रहा है टेंप्रेचर
- स्वच्छ पानी की जगह काई वाली दिख रहा पानी
GORAKHPUR: गोरखपुर का मरीन ड्राइव कहे जाने वाले रामगढ़ताल की हालत इन दिनों फिर खराब होने लगी है। जलकुंभियों की तादाद जहां बढ़ने लगी है, वहीं इसका पानी भी गंदा होने लगा है। अगर जल्द ही कोई ठोस उपाय नहीं किया गया तो ताल में रहने वाली मछलियों के जीवन पर भी संकट आ जाएगा। रामगढ़ताल के किनारे रहने वाले मछुआरों को इस बात का आभास हो गया है और वह पिछले दो दिन से काफी तेजी से मछलियां मारने में लग गए हैं।
इंटरनल इकोलॉजी में हो रहा चेंज
रामगढ़ताल के बारे में जब एक्सपर्ट्स से बातचीत की गई, तो काफी चौंका देने वाली बातें सामने आई। एक्सपर्ट्स की मानें तो इसकी इंटरनल इकोलॉजी संरचना में बहुत बड़ा परिवर्तन हो रहा है। वर्तमान समय में ताल के नीचे का आर्गेनिक सिल्ट की मात्रा इतनी अधिक बढ़ गई है कि ताल का पानी गंदा होने लगा है। धूप की वजह से अभी तो कुछ राहत है, लेकिन जैसे ही कोहरा बढ़ेगा और पानी के अंदर धूप नहीं पहुंचेगी तो इसमें ऑक्सीजन की कमी शुरू हो जाएगी। ऑक्सीजन की कमी से मछलियों के मरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
ताल का बढ़ रहा है तापमान
रामगढ़ताल में आ रहे इस चेंज को लेकर डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्रो। सीपीएम त्रिपाठी से बातचीत की गई। उन्होंने बताया कि रामगढ़ताल का पानी पूरी तरह से गंदा हो गया है। इसका टेंप्रेचर लगातार बढ़ रहा है, वहीं ताल की निचली सतह में लगातार परिवर्तन भी हो रहा है। प्रो। त्रिपाठी ने बताया कि दो साल पहले मई माह में अचानक ताल की बहुत बड़ी संख्या में मछलियां मरने लगी थी। जिसके बाद हम लोगों ने ताल का सर्वे किया था, जांच में यह पता चला कि रामगढ़ाल के पानी का टेंप्रेचर लगातार बढ़ रहा है। जिस भी ताल में जलीय जीव रहते हैं, उनका तापमान 21 से 22 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए, लेकिन रामढ़ताल का टेंपरेचर उस समय भी 30 से अधिक था। इसकी वजह से उनपर खतरा बढ़ गया।
ताल में युट्रोसिकेशन क्षमता बढ़ती जा रही है। जिसके कारण ताल धीरे-धीरे अपने अस्तित्व खोता जा रहा है। अगर जल्द ही कोई ठोस उपाय नहीं किया गया तो ताल पर ही संकट खड़ा हो सकता है। अभी तक ताल के किनारे के मोहल्लों का पानी सीधे ताल में जा रहा है।
प्रो। सीपीएम त्रिपाठी, पूर्व विभागाध्यक्ष, प्राणी विज्ञान, गोरखपुर यूनिवर्सिटी
जल निगम के सभी एसटीपी चल रहे हैं। रामगढ़ताल का पानी क्यों गंदा हो रहा है। इसकी कोई जानकारी नहीं है। पानी की जांच करा दी जाएगी और उसके बाद ठोस उपाय किया जाएगा।
डीपी मिश्रा, प्रोजेक्टर मैनेजर रामगढ़ताल, परियोजना व एक्सईएन जल निगम