-वर्ल्ड टीबी डे पर निकाली गई जागरुकता रैली
-टीबी के कारण, लक्षण और इलाज की दी गई जानकारी
GORAKHPUR: वर्ल्ड टीबी डे के अवसर पर 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और टीबी मुक्त भारत' टॉपिक पर जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग में सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर सीएमओ डॉ.एमके सिंह ने डॉ। राबर्ट काक के चित्र पर माल्यार्पण किया और कहा कि यदि टीबी के पेशेंटस समय से अपना चेकप कराएं और डाट्स की गोलियां लें तो उन्हें इस बीमारी से बचाया जा सकता है। क्षय रोग अधिकारी डॉ.पीके मिश्र ने कहा कि टीबी से बचने के लिए सभी को जागरूक होने की जरूरत है। प्रथम स्टेज में यदि इसका उपचार हो जाए तो पेशेंट को बचाया जा सकता है। लापरवाही की वजह से पेशेंट एमडीआर से ग्रसित हो जाते हैं। डॉ। रत्नेश ने कहा कि लापरवाही के कारण एमडीआर के पेशेंट सामने आ रहे हैं। इस समय हॉस्पिटल में भ्ब् एमडीआर के पेशेंट का इलाज किया जाता है। इस मौके पर सीएमओ ने जागरूकरता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली शास्त्री चौक, टाउन हाल और गोलघर होते हुए जिला अस्पताल पहुंची। इस मौके पर मनोज कुमार, राघवेंद्र तिवारी, गोविंद कुमार, योगेंद्र प्रसाद, महेश चंद साहनी आदि मौजूद रहे।
मेडिकल कॉलेज में भी निकली रैली
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी रैली का आयोजन किया गया। रैली ओपीडी ब्लॉक से शुरू होकर प्रिंसिपल ऑफिस तक पहुंची। यहां पर एक पोस्टर व स्लाइड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्लाइड प्रतियोगिता में अर्शदीप व देव वर्धन ने प्रथम पुरस्कार जबकि पोस्टर प्रतियोगिता में डॉ। प्रिया महाजन ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। इसके पूर्व मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। केपी कुशवाहा ने रैली का शुभारंभ किया। इस अवसर पर क्षय रोग विभाग के प्रवक्ता डॉ। रत्नेश तिवारी ने टीबी के कारणों, खतरों व इलाज के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में डॉ। रीना श्रीवास्तव, डॉ। एचएन चौधरी, डॉ। महिम मित्तल, पवन सिंह, डॉ। मिलंद गोरे, डॉ। मनीष सिंह आदि मौजूद रहे।