- एग्जिबिशन के इनॉरगेशन के साथ 60वें रेल वीक की होगी शुरुआत
GORAKHPUR : रेलवे का अतीत से काफी गहरा रिश्ता है। जिन्हें पुराने लोग तो बाखूबी जानते हैं, लेकिन नई जनरेशन को इसके बारे में कोई इंफॉर्मेशन नहीं है। पहले के स्टेशन कैसे हुआ करते थे? इंजन दिखने में कैसे लगते थे? ट्रैक पर दौड़ते हुए वह कैसे दिखते थे? वर्कशॉप कैसी हुआ करती थी? गोरखपुराइट्स के मन में उमड़ने वाले सभी सवालों के जवाब उन्हें रेल वीक के दौरान मिल जाएंगे। म्0वें रेल वीक की शुरुआत इस बार भूली-बिसरी यादों को संजोए फोटो एग्जिबिशन के साथ होगी।
जीएम राजीव मिश्र करेंगे इनॉगेरशन
गोरखपुर और इंडियन रेल की हिस्ट्री को संजोए इस एग्जिबिशन की शुरुआत फ्राइडे को होगी। जीएम राजीव मिश्र गोरखपुर जंक्शन के फर्स्ट क्लास गेट पर एग्जिबिशन का इनॉगरेशन करेंगे। सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि एग्जिबिशन पब्लिक के लिए तीन दिनों तक ओपन रहेगी। उन्होंने बताया कि रेलवे के पीआर डिपार्टमेंट की ओर से ऑर्गेनाइज इस एग्जिबिशन में आम पब्लिक को रेलवे की गौरवशाली हिस्ट्री से रूबरू कराने की कोशिश की गई है। यह एग्जिबिशन गोरखपुर के अलावा लखनऊ जंक्शन, मंडुआडीह और बरेली सिटी में भी लगाई जाएगी।
राष्ट्रपति और रेलमंत्री होंगे सेंटर ऑफ अट्रैक्शन
एग्जिबिशन में यूं तो रेलवे से जुड़े सभी पहलुओं को समेटने की कोशिश की गई है। मगर इसमें सेंटर ऑफ अट्रैक्शन राष्ट्रपति डॉ। राजेंद्र प्रसाद, तत्कालीन रेल मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जैसी पर्सनालिटी होंगे। इसके साथ ही पुराने स्टीम इंजन, स्टेशन बिल्डिंग्स, लोको शेड, रेलवे वर्कशॉप की फोटोग्राफ भी एग्जिबिशन में शामिल किया गया है। सीपीआरओ ने बताया कि क्म् अप्रैल क्8भ्फ् में वोरीबंद से ठाणे के बीच फ्ब् किमी रेल मार्ग पर पहली रेलगाड़ी चली थी। इसकी स्मृति में क्0 से क्म् अप्रैल तक रेल वीक मनाया जाता है। एनई रेलवे की स्थापना भी क्ब् अप्रैल क्9भ्ख् में की गई थी।