- हिंदी को बढ़ावा देने के लिए रेलवे ने की पहल

- उन फील्ड को किया जाएगा प्वाइंट आउट जहां टेक्निकल रीजन्स से अब भी यूज हो रही है इंग्लिश

GORAKHPUR : हिंदी को बढ़ावा देने के लिए रेलवे हमेशा ही एक्टिव रहा है। हिंदी का रेग्युलर यूज करने और इसे बढ़ावा देने के लिए उन्हें कई प्राइज भी मिले हैं। अब इसे और प्रमोट करने के लिए रेलवे ने एक और पहल की है। इसके तहत रेलवे के सभी ऑफिसेस में मौजूद कंप्यूटर में 'यूनिकोड' फॉन्ट, कनवर्टर इंस्टॉल कर दिए गए हैं, जिससे कि हर कंडीशन में हिंदी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा सके। इस सीरीज में जीएम ऑफिस में कई कंप्यूटर्स पर यूनिकोड इंस्टॉल कर एंप्लाइज को इसकी ट्रेनिंग दी गई।

जहां मजबूरी, वहां भी होगा सॉल्युशन

लगातार हो रहे टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट की वजह से कई फील्ड ऐसी हैं, जहां हिंदी यूज में अब भी प्रॉब्लम आ रही है। इसके लिए मुख्य राजभाषा अधिकारी ज्ञानदत्त पांडेय ने सभी मेंबर्स से ऐसी फील्ड को तलाश करने के निर्देश दिए हैं, जहां पर टेक्निकल रीजंस से आज भी इंग्लिश का यूज किया जा रहा है। ऐसी फील्ड की रेग्युलर मॉनीटरिंग की जाएगी और साथ ही वहां हिंदी का यूज कैसे स्टार्ट हो, उस पर मंथन किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने सभी एचओडीज को रेग्लुयलर मॉनीटरिंग के निर्देश दिए हैं।

प्रमोशन के लिए सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल

हिंदी को बढ़ावा देने के लिए रेलवे अब सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर भी एक्टिव नजर आएगा। इसके लिए सभी राजभाषा डिपार्टमेंट का ऑफिशियल फेसबुक पेज भी क्रिएट किया जा चुका है। आगे इस पर डिपार्टमेंट की होने वाली सभी गतिविधियों को अपलोड किया जाएगा, साथ ही सभी डिपार्टमेंट्स को भी इससे जोड़ा जाएगा। इससे हिंदी का यूज तो बढ़ेगा, साथ ही सभी डिपार्टमेंट में भी अवेयरनेस बढ़ेगी। राजभाषा का ऑफिशियल पेज ख्ख्ख्.द्घड्डष्द्गढ्डश्रश्रद्म.ष्श्रद्व/ह्मड्डद्भढ्डद्धड्डह्यद्धड्ड.ठ्ठद्गह्म है। इसके साथ ही रेलवे की वेबसाइट भी हिंदी और बाई लिंगुअल की जा रही है, जिससे कि राजभाषा को बढ़ावा मिल सके।