- एक्सक्लूसिव

- ट्रेन में सफर के बाद अब खाना-पीना भी हो जाएगा महंगा

- इसी महीने जारी हो जाएगी रेलवे की नई कैटरिंग पॉलिसी

- खाने-पीने वाली चीजों के दाम में होगी 20 से 30 प्रतिशत तक की होगी बढ़ोत्तरी

GORAKHPUR: ट्रेन में सफर करने के साथ अब उसमें खाना-पीना भी महंगा हो जाएगा। फ्लैक्सी फेयर बढ़ाने के बाद अब रेलवे कैटरिंग पॉलिसी में बदलाव करने जा रहा है। आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन) अधिकारियों के मुताबिक, बोर्ड ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। नई पॉलिसी इसी महीने में जारी हो सकती है। इसके तहत प्लेटफार्म से लेकर ट्रेन तक में मिलने वाली खाने-पीने की चीजों के दाम में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो जाएगी।

6 साल बाद बढ़ेंगे दाम

आईआरसीटीसी अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे की ओर से कैटरिंग व्यवस्था में 2010 में बदलाव किए किया गया था। इसके बाद इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ। इससे खाने-पीने के सामान के रेट वही रहे। इस बीच महंगाई काफी बढ़ी है। इससे बेहतर क्वालिटी के लिए चीजों का दाम बढ़ाना जरूरी हो गया है।

मिलेगी बेहतर क्वालिटी

ट्रेन में पैसेंजर्स अक्सर खाने-पीने वाली चीजों की क्वालिटी को लेकर शिकायत करते हैं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नई कैटरिंग नीति से दाम तो बढ़ेगा लेकिन क्वालिटी कई गुना बेहतर हो जाएगी। इसके बाद भी यदि कोई पैसेंजस इससे संबंधित शिकायत करता है तो पेंट्रीकार संचालक पर कार्रवाई तय है।

150 की होगी स्पेशल थाली

अभी ट्रेनों में पैसेंजर्स को मिलने वाली वेज स्पेशल थाली 120 रुपए में परोसी जा रही है। इसमें दाल, चावल, दो भुजिया, सब्जी, रोटी, दही, पापड़, सलाद व मीठा होता है। लेकिन नई कैटरिंग व्यवस्था के तहत अब स्पेशल थाली के लिए 150 रुपए खर्च करने होंगे। इसके बाद भी थाली में वही चीजें परोसी जाएंगी। हां, क्वालिटी पहले से बेहतर हो जाएगी।

इन सामान के बढ़ेंगे रेट

ट्रेन के अंदर व प्लेटफॉर्म पर मिलने वाली चाय, काफी, समोसा, ब्रेड पकौड़ा, वेज पैटीज, वेज सैंडविच, आमलेट, स्टफ पराठा, पुड़ी सब्जी, छोला चावल, राजमा चावल, कढ़ी चावल सहित अन्य सभी खाद्य पदार्थो के रेट में 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी हो जाएगी।

वर्जन

रेलवे बोर्ड की ओर से खाने की क्वालिटी को बेहतर करते हुए कैटरिंग व्यवस्था में बदलाव की जा रही है। इसके लिए रेलवे ने नई कैटरिंग पॉलिसी तैयार कर ली है। इसे किसी भी दिन लागू कर दिया जाएगा। हालांकि इसमें खाने-पीने वाले चीजों के दाम में 20-30 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है।

- संदीप दत्ता, पीआरओ, आईआरसीटीसी