- रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड ने एफबी पेज पर शेयर की एनई रेलवे की तस्वीरें
- राहत बचाव का वर्क जारी, रेलवे ने अब तक करीब 600 पैसेंजर्स को भेजा
द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : आपदा पीडि़तों की मदद कर रहे एनई रेलवे का रुतबा और बढ़ गया है। नेपाल में फंसे इंडियंस को घर भेजने के लिए खोली गई हेल्पलाइन और रेस्क्यू सेंटर एक्टिवली वर्क करने में लगे हुए हैं। एनई रेलवे को इसका एप्रिसिएशन भी मिला है। रेल मिनिस्टर सुरेश प्रभाकर प्रभु ने खुद अपने एफबी पेज पर गोरखपुर जंक्शन पर बने रिलीफ काउंटर की फोटोग्राफ शेयर की हैं, वहीं रेल मिनिस्ट्री ने भी इसे अपने पेज पर जगह दी है। वहीं रेलवे का ऑपरेशन रेस्क्यू अब भी जारी है और डिफरेंट ट्रेंस में एक्स्ट्रा कोचेज लगाकर पीडि़तों को उनके घरों तक भेजा जा रहा है।
घर भेजे जा चुके हैं 600 से ज्यादा लोग
नेपाल से गोरखपुर पहुंच रहे सर्वाइवर्स को उनके घरों तक भेजने के लिए सीनियर रेल ऑफिसर्स लगातार काम कर रहा है। 26 अप्रैल से अब तक 600 से ज्यादा पैसेंजर्स को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाया जा चुका है। सीपीआरओ आलोक कुमार सिंह ने बताया कि भूकंप की चपेट में आए पैसेंजर्स को डिफरेंट ट्रेंस के थ्रू कोलकाता, मेरठ, मुरादाबाद, हापुड़, बीकानेर, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, रक्सौल, समस्तीपुर, कानपुर, बर्द्धमान, दुर्गापुर, बेगलुरू, हैदराबाद, एरनाकुलम, बंडेल, हाजीपुर, आगरा, सीवान, जम्मुतवी, हिसार, भिवानी, काजीपेट, विजयवाड़ा, तिरुपति और विशाखापत्तनम तक भेजा गया है।
24 घंटे एक्टिव है आपदा राहत केंद्र
नेपाल में भूकंप पीडि़तों की मदद के लिए गोरखपुर जंक्शन के साथ ही नौतनवां और बढ़नी स्टेशन पर 'भूकंप आपदा राहत सहायता केंद्र' बनाया गया है, जो 24 घंटे वर्किंग में है। गोरखपुर जंक्शन पर वर्किंग सहायता केंद्र का हेल्पलाइन नंबर 0551-2204893 है। इसके लिए एनई रेलवे हॉस्पिटल की टीम के साथ ही स्काउट-गाइड और एनई रेलवे सिविल डिफेंस की टीम भी अपना एक्टिव सपोर्ट दे रही है।