- 2014 में पैडलेगंज से कालेसर तक हाइवे चौड़ीकरण के लिए तोड़ी गई थी पाइपलाइन
- पीडब्ल्यूडी को देना था नई पाइपलाइन बिछाने का खर्च
GORAKHPUR : पीडब्ल्यूडी की लापरवाही से नौसड़ एरिया में रहने वाले छह हजार गोरखपुराइट्स के लिए मुसीबत खड़ी हो गई है। शुद्घ पानी मिलने की आस 2013 में पूरी हुई, लेकिन साल भर बाद पीडब्ल्यूडी ने रोड चौड़ी करने के लिए पूरी पाइपलाइन तोड़ डाली। तब से अब तक लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब पाइपलाइन दोबारा बिछेगी और उन्हें साफ पानी मिल सकेगा।
फॉर योर इंफॉर्मेशन
जनसंख्या 12 हजार
पानी कनेक्शन 1200
इंडियामार्का हैंडपंप 200
खराब 120
सही 30
दूषित पीना 50
ताक पर कमिश्नर का आदेश
अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम फॉर स्कीम एंड मीडियम टाउंस(यूआईडीएसएसएमटी) के तहत नौसड़ में पाइपलाइन बिछाई गई थी। जिसके बाद यहां घरों ने नगर निगम ने पानी सप्लाई शुरू कर दी। 2014 में पैडलेगंज से कालेसर तक हाईवे चौड़ीकरण के लिए खोदाई के दौरान पूरी पाइप लाइन को तोड़ दिया गया। जिसके कारण नौसड़ एरिया के छह हजार लोगों को शुद्घ पानी मिलना मुहाल हो गया। स्थानीय लोगों ने कई बार हंगामा किया। दिसंबर 2014 में कमिश्नर ने नौसड़ एरिया का निरीक्षण किया और आदेश दिया कि एक माह के अंदर किसी भी हाल में नई पाइपलाइन बिछा दी जाए। लेकिन पीडब्ल्यूडी अब तक पाइपलाइन नहीं बिछवा पाया है।
हैंडपंप बुझा रहा प्यास
नौसड़ एरिया में जलकल की पानी सप्लाई ठप हो चुकी है। अधिकांश इंडिया मार्का हैंडपंप खराब हो चुके हैं। लोगों ने घरों के भीतर नल लगवा रखा है। एरिया में रहने वाले रिटायर्ड रामदेव निषाद का कहना है कि गंदे पानी के कारण बच्चों को हमेशा पेट दर्द बना रहता है। वयस्कों के दांत काले होने लगे हैं लेकिन मजबूरी में लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। कई नागरिकों ने तो जार का पानी खरीदना शुरू कर दिया है।
हैंडपंप का पानी पीने के कारण बहुत अधिक प्रॉब्लम होने लगी है। हालात यह है कि पानी सप्लाई न होने के कारण खरीदकर पानी मंगाना पड़ता है।
मानती देवी, हाउसवाइफ
पानी सप्लाई ठप हुए एक साल से अधिक हो गया है। लेकिन कोई भी हम लोगों की सुध लेने वाला नहीं है। मेरे घर के पीछे वाले एरिया में पानी सप्लाई शुरू हो गई है, लेकिन हम लोगों के घर तक पानी नहीं आया है।
उर्मिला देवी, हाउसवाइफ
गंदे पानी के कारण बरसात में डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। कई बार पार्षद और नगर निगम अधिकारियों को कहा गया, लेकिन वह केवल आश्वासन देते हैं पानी नहीं।
दुर्गावती देवी, हाउसवाइफ
पीडब्ल्यूडी को इस पाइप लाइन को ठीक कराने के लिए 30 लाख रुपए देने थे, लेकिन अभी तक पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को एक भी रुपया नहीं दिया है। नगर निगम अपने ही खर्च से कुछ एरिया में पानी सप्लाई चालू करने का प्रयास कर रहा है।
अमरनाथ श्रीवास्तव, जीएम जलकल