- जमाखोरों पर लगाम लगा पाने में प्रशासन नाकाम
- फुटकर मार्केट में अरहर 200 रुपए किलो के पार
GORAKHPUR : केंद्र सरकार की ओर से पूरे देश में दाल की जमाखोरी रोकने के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके नतीजे भी सामने आ रहे हैं और करीब 40,000 टन दाल जब्त की गई है। लेकिन ताज्जुब की बात है कि अब तक गोरखपुर में एक भी जगह छापा नहीं मारा गया। मंडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कई थोक विक्रेताओं ने दाल का अच्छा-खासा स्टॉक जमा कर रखा है। हालांकि थोक मंडियों में दाल के दाम स्थिर हैं, लेकिन फुटकर दुकानों पर अरहर के दाम दोहरा शतक लगाने के करीब हैं।
बाकी एक तरफ, अरहर एक तरफ
दाल थोक फुटकर
अरहर 14000-16000 180-200
चना 5500-6200 80-85
मटर 2500-3000 40-60
उड़द 10000-12000 105-130
मूंग 7500-8500 80-100
मसूर 7000- 8000 90-110
नोट- थोक दाम प्रति क्विंटल व फुटकर प्रति किलो के हिसाब से हैं।
मौसम की मार से हुई दिक्कत
अरहर और चना दाल में अचानक तेजी आने से अब आम आदमी की थाली से दाल खत्म होने की कगार पर है। दाम में तेजी आने के पीछे विशेषज्ञ मुख्य वजह खराब मौसम बताते हैं। हालांकि कई एक्सपर्ट्स इसके पीछे अनियमित वितरण और जमाखोरी को बड़ी वजह मानते हैं। दाल के अलावा पिछले कुछ सालों में आलू, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के दाम तेजी के साथ ऊपर-नीचे होते रहे हैं। अब दाल की महंगाई ने पब्लिक के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है।
मार्केट में डिमांड नहीं होने की वजह से इधर रेट कुछ डाउन हुआ है। जहां पहले दाल की खूब बिक्री हुआ करती थी। वहीं चार दिन से एक भी गाड़ी माल नहीं बिका है। यदि दलहन में रेट चढ़ा है तो इस पर नियंत्रण करने की जरूरत है।
भाष्कर नंद अग्रहरि, अध्यक्ष गोरखपुर दाल व्यवसायिकसंघ
दलहन की स्टाक लिमिट प्रदेश सरकार से नहीं मिली है। ऐसे में कैसे छापेमारी की कार्रवाई हो?
कमलनयन सिंह, डीएसओ