- अरहर व चने की दाल पर महंगाई डायन का साया
- साल भर में ढाई हजार रुपए क्विंटल बढ़ गए दाम
GORAKHPUR : प्रोटीन की सबसे बड़े सोर्सेज में से एक दाल में महंगाई का तड़का लग गया है। अरहर व चने जैसे दलहन के दामों में अचानक तेजी आई है। एक्सपर्ट्स इसकी वजह बारिश व खराब मौसम के चलते फसल बर्बाद होना बता रहे हैं, लेकिन इससे आम आदमी की परेशानी तो बढ़नी तय है। अरहर की दाल पिछले साल से करीब भ्0 फीसदी महंगी हो गई है तो चने के भाव भी आसमां छू रहे हैं। अरहर तो फुटकर मार्केट में सैकड़ा लगाने को तैयार है, वहीं चना भी करीब भ्भ् रुपए किलो बिक रहा है।
बारिश व ओलों का साइड इफेक्ट
अप्रैल मंथ में हुई बारिश और ओलों ने फसल को काफी नुकसान पहुंचाया। थोक मंडी में अरहर जहां 9000 से 9क्00 रुपए प्रति क्विंटल बिक रही है तो चना ब्भ्00 से भ्क्00 रुपए प्रति क्विंटल है। महेवा गल्ला मंडी में दुकानदारों ने बताया कि यहां सबसे ज्यादा दाल कर्नाटक, एमपी, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ से आती हैं, लेकिन मौसम के कहर ने सब बर्बाद कर दिया। आम आदमी की थाली से दाल गायब होने की कगार पर है। ऐसे में महंगाई बढ़ने से अच्छे दिनों का इंतजार लंबा हो सकता है। फिलहाल तो लोगों को महंगाई से राहत मिलती नहीं दिख रही।
आसमां पर अरहर के दाम
वर्ष थोक (प्रति क्विंटल) फुटकर (प्रति किलो)
ख्0क्फ् भ्भ्00 से म्000 रु. म्भ् से 70 रु।
ख्0क्ब् म्000 से म्भ्00 रु. म्8 से 7भ् रु।
ख्0क्भ् 9000 से 9क्00 रु. 9भ् से 98 रु।
बारिश की वजह से फसल बर्बाद हो गयी है। इसकी वजह से अरहर और चने की दाल के और महंगे होने का अनुमान है।
कृपा शंकर गुप्ता, थोक व्यापारी
पिछले दिनों यूपी व बिहार में बारिश और ओले गिरने के चलते फसल बर्बाद हो गई। इस वजह से दाल के दामों में अचानक बढोत्तरी आई है।
अनिल कुमार अग्रवाल, थोक व्यापारी