- यूनिट चार्ज के विरोध में कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार, मोहद्दीपुर ऑफिस पर किया धरना प्रदर्शन

- पहले वर्किंग डे पर ही पब्लिक को झेलनी पड़ी परेशानी

GORAKHPUR: यूनिट चार्ज के विरोध में बिजली कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन पब्लिक पर भारी पड़ा। पहले वर्किंग डे पर ही प्रॉब्लम सॉल्व कराने के लिए पहुंचे लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। किसी भी ऑफिस पर कोई कर्मचारी न होने से पब्लिक को काफी परेशानी हुई। इसमें सबसे अधिक प्रॉब्लम बिल सही कराने पहुंचे लोगों को हुई।

घर में मीटर का विरोध

कुछ दिन पहले विद्युत वियामक आयोग ने एक आदेश जारी किया। विद्युत कर्मियों के घर इस्तेमाल होने वाली बिजली का बिल यूनिट चार्ज के रूप में लिया जाना है। वहीं आयोग ने कर्मचारियों के घरों में अब मीटर भी लगाए जाने का फैसला किया है। इससे नाराज बिजली कर्मचारियों ने सोमवार को विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन किया। मीडिया प्रभारी कुलदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि हम लोगों की मांग है कि अभी जो बिजली का चार्ज कर्मचारियों से लिया जाता है, वह लागू रहने दिया जाए। उनका कहना है कि आयोग हम लोगों से यूनिट चार्ज के रूप में पैसा लेने की तैयारी में है। उन्होंने कर्मचारियों को निशुल्क बिजली देने की मांग की। इस दौरान आईके सिंह, एमपी त्रिपाठी, सच्चिानंद शुक्ला, विकास श्रीवास्तव, रामकिशुन, धीरेंद्र यादव, पीके गुप्ता समेत बड़ी तादाद में बिजली कर्मी मौजूद रहे।

15 हजार लोगों को मिली उदासी

बिजली विभाग में विभाग में समस्याओं को लेकर डेली हजारों लोग सब स्टेशन पर पहुंचते हैं। चीफ इंजीनियर डीके सिंह का कहना है कि इन आफिसों में डेली कम से कम 15 से 20 हजार पब्लिक अपनी प्रॉब्लम लेकर आती है। इसमें नए कनेक्शन लेने, कनेक्शन कटवाने, बिल न निकलने की कंप्लेन शामिल है। बिजली विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल का असर इन 20 हजार लोगों पर हुआ है और उन्हें बिना समस्या सॉल्व हुए ही घरों को वापस लौटना पड़ा है।

विभाग को भी हुआ नुकसान

कर्मचारियों के अपनी कुर्सी पर न बैठने के कारण पब्लिक को तो परेशानी हुई ही, साथ ही साथ विभाग को भी नुकसान उठाना पड़ा। एसडीओ वाईके चतुर्वेदी ने बताया कि कर्मचारियों के आंदोलन पर होने के कारण एक भी गलत बिल सही नहीं हो पाए, वहीं न तसे नए कनेक्शन दिए गए। सबसे अधिक प्रॉब्लम खराब मीटर वालों के कारण विभाग को हुई। बक्शीपुर मीटर सेक्शन की मानें तो डेली करीब 100 मीटर बदले जाते हैं। सोमवार को कर्मचारी न होने के कारण एक भी मीटर नहीं बदले गए। एक तरह से देखें तो सोमवार को चार से पांच हजार गलत बिल के अप्लीकेशन पेंडिंग पड़ गए हैं। इनमें अगर एक हजार भी सही होकर बिल जमा हुए होते तो विभाग को 10 से 15 लाख रुपए के लगभग आय प्राप्त हुई होती।

मेरा बिल इस माह का 15 हजार रुपए आया है। इसको सही करने के लिए शनिवार को ऑफिस गया तो सोमवार को बुलाया गया, लेकिन यहां आया तो देखा कि यहां कोई कर्मचारी ही नहीं है। अब एक काम के लिए फिर से ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ेगा।

नंद किशोर, कंज्यूमर

दोपहर को दुकान बंद करके घर का बिल सही करने के लिए बक्शीपुर सब स्टेशन गया तो पता चला कि सभी कर्मचारी कार्य बहिष्कार करके धरना देने गए हैं। कर्मचारियों के न रहने से एक घंटे तक दुकान बंद रही और कोई काम भी नहीं हो सका।

ओम प्रकाश एडवोकेट, कंज्यूमर

कनेक्शन लेने के लिए एक सप्ताह से चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन अब तक नया कनेक्शन नहीं मिल सका है। सोमवार को गोलघर में एक कर्मचारी ने बुलाया था कि ऑफिस फाइल जमा करा देंगे, लेकिन आज भी हड़ताल होने के कारण बिना फाइल जमा किए ही लौटना पड़ गया।

शक्ति खन्ना, कंज्यूमर्स

एक सप्ताह से मीटर खराब पड़ा हुआ है। हमें सोमवार को मीटर बदलवाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन सोमवार को आधे दिन दुकान बंद करके ऑफिस जाना पड़ा। कर्मचारियों की हड़ताल होने के कारण आधा दिन खराब हो गया है।

सुमित त्रिपाठी, कंज्यूमर्स