-विवाद उठने से फंस गई बलदेव प्लाजा की दाखिल खारिज
-दोनों पार्टी बता रही खुद को सही
GORAKHPUR: शहर की सबसे बड़ी कॉमर्शियल बिल्डिंग बलदेव प्लाजा एक बार फिर चर्चा में है। दो दिन पहले सबसे बड़ी डील के बाद बलदेव प्लाजा अब विवादों में घिर गया है। ख् करोड़ 9ख् लाख की रिकार्ड स्टांप ड्यूटी अदा करने के बाद हुई रजिस्ट्री पर एक कंपलेन ने विवाद खड़ा कर दिया। डीएम ऑफिस में कंपलेन कर नरेंद्र प्रताप सिंह ने उक्त प्रॉपर्टी को अपना बताया। जबकि रजिस्ट्री कराने वाले कृष्णा डेवलपर्स के डायरेक्टर ने यह प्रॉपर्टी दूसरे से खरीदी है। ऐसे में मामला विवादित हो गया है। वहीं कंपलेन करने वाले नरेंद्र प्रताप के मुताबिक मामला कोर्ट में चल रहा है। ऐसे में रजिस्ट्री विभाग के आलाधिकारियों का कहना है कि रजिस्ट्री हो चुकी है। दाखिल खारिज की प्रक्रिया विवादित हो गई है। अब कोर्ट के अंतिम फैसला आने के बाद ही उक्त मामले में आगे की कार्रवाई की जा सकेगी। वहीं कंपलेन के बाद सहायक महानिरीक्षक निबंधन ने जांच के आदेश दिए थे। मगर उनके हाईकोर्ट जाने के कारण आगे की कार्रवाई तो नहीं हो सकी, मगर पूरे दिन बलदेव प्लाजा का मामला लोगों के बीच चर्चा में रहा।
वर्जन-
कंपलेन करने वाले लोग फ्राड है। अगर वे लोग सही होते तो ख्7 साल पहले जब बलदेव प्लाजा में निर्माण कार्य शुरू हुआ था, तब विरोध क्यों नहीं किया? जब मार्केट की दुकान बिक रही थी, तब विरोध क्यों नहीं किया? अचानक जमीन के मालिकान कहां से बन गए? वैसे मामला जांच में है। आगे जो फैसला कोर्ट का होगा, वह मान्य होगा।
कमलेश पासवान, डायरेक्टर, कृष्णा डेवलेपर्स
बलदेव प्लाजा हमारी पुश्तैनी प्रॉपर्टी पर बना है। पारिवारिक कारणों से हम इस जमीन पर अधिक ध्यान नहीं दे पाए। मेरे पिता नरेंद्र प्रताप सिंह ने उक्त मामले की शिकायत की है। साथ ही मामला कोर्ट में भी चल रहा है। इसके बावजूद रजिस्ट्री होना गलत है।
प्रमोद कुमार सिंह, कंपलेनर