गोरखपुर (ब्यूरो)। लखनऊ यूनिवर्सिटी की डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर और फिजिक्स डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। पूनम टंडन गोरखपुर यूनिवर्सिटी की अगली वाइस चांसलर होंगी। कुलाधिपति ने उन्हें कार्यभार ग्रहण करने से तीन साल तक के लिए वीसी पद की जिम्मेदारी सौंपी हैं। वह वर्तमान वीसी प्रो। राजेश ङ्क्षसह से कार्यभार ग्रहण करेंगी। प्रो। राजेश का कार्यकाल चार सितंबर को पूरा हो रहा है।

डीडीयूजीयू की दूसरी महिला वीसी

प्रो। टंडन गोरखपुर यूनिवर्सिटी की दूसरी महिला वाइस चांसलर होंगी। इससे पहले प्रो। प्रतिमा अस्थाना यहां के वीसी पद की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। यूनिवर्सिटी के 66 साल के इतिहास में प्रो। टंडन दूसरी महिला वीसी होंगी। इस समय उत्तर प्रदेश की स्टेट यूनिवर्सिटी मेरठ, अयोध्या, आगरा, जौनपुर और राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में महिला कुलपति हैं।

इंटरनेशनल रैंकिंग पर जोर

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बातचीत में नवनियुक्त वीसी प्रो। पूूनम टंडन ने बताया कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी एक बड़ी यूनिवर्सिटी है। इसका पूरे देशभर में नाम है। यहां के स्टूडेंट्स और टीचर्स भी बहुत अच्छे हैं और हाल ही में नैक 'ए प्लस प्लसÓ ग्रेड भी मिला है। अब हमें इंटरनेशनल रैंकिंग में गोरखपुर यूनिवर्सिटी को स्थान दिलाना है। स्टूडेंट्स की जो भी समस्याएं होंगी, उनका निराकरण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। यूनिवर्सिटी को शैक्षिक स्तर पर ऊंचाइयों पर ले जाने में टीचर्स का भी पूरा सहयोग लिया जाएगा।

बधाइओं का तांता

गुरुवार शाम आदेश आने के बाद से ही प्रो। टंडन को बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। गोरखपुर यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर नवनियुक्त वीसी को बधाई दी और खुशी व्यक्त की।

32 किताबें और 192 रिसर्च पब्लिश

प्रो। पूनम 1992 में पीएचडी पूरा करने से पहले ही 1991 में बतौर लेक्चरर एलयू में नियुक्त हो गईं। 2006 में प्रोफेसर के पद तक पहुंच गईं। उनकी 32 किताबें पब्लिश हो चुकी हैं, जिनमें 6 अंतरराष्ट्रीय तो 26 राष्ट्रीय स्तर की हैं। उनके लिखे 192 रिसर्च पेपर इंटरनेशनल जर्नल और 9 नेशनल जर्नल में पब्लिश हो चुके हैं। उनकी उपलब्धियों में शिक्षकश्री, यंग साइंटिस्ट अवार्ड, नेचर पब्लिकेशन ग्रुप अवार्ड, वान हंबोल्ट रिसर्च फेलोशिप, यूजीसी रिसर्च अवार्ड जैसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अवार्ड शामिल हैं।

मिल चुके हैं ये अवॉर्ड

सेंटर आफ एक्सीलेंस यूपी, गवर्नमेंट आफ इंडिया, यूजीसी मिड कॅरियर अवॉर्ड, यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड, नेचर पब्लिङ्क्षसग ग्रुप अवॉर्ड यूएसए, जेएसपीएस फेलोशिप जापान, बायो टेक्नोलाजी नेशनल एसोसिएटशिप गर्वनमेंट आफ इंडिया, यूजीसी-नेट फेलोशिप आदि।