- जिला प्रशासन के जेल अफसरों की मीटिंग

- दिमागी बुखार से बचाव को बंदियों को लगे टीके

GORAKHPUR: जेल में बंद शातिरों की पेशी कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग से होगी। 15 दिसंबर के बाद बंदियों को कोर्ट ले जाने के झंझट से मुक्ति मिल जाएगी। जेल अफसरों ने सोमवार को आयोजित मीटिंग में जिला प्रशासन को आश्वस्त किया। जेल अधिकारियों ने कहा कि जेल में वीडियो कान्फ्रेसिंग के लिए कमरा जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। सिविल कोर्ट में इसके लिए इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं।

जेल में बन रहा है कमरा

जेल में बंद खूंखार बंदियों की कोर्ट में पेशी से तमाम समस्याएं आती हैं। बंदियों के भागने, कोर्ट आते जाते समय रंगदारी मांगने, कचहरी में लोगों से मिलकर योजनाएं गढ़ने सहित कई शिकायतों पर प्रदेश सरकार ने वीडियो कान्फ्रेसिंग का फैसला लिया। इसके लिए गोरखपुर जेल में एक कमरा बनाने का बजट जारी हुआ। कचहरी में भी इसका अलग से कमरा होगा। सोमवार को आयोजित मीटिंग में जेल अधिकारियों ने बताया कि कमरे का काम पूरा हो गया है। कैमरे, टीवी और मॉडम सहित अन्य काम भी जल्द पूरे कर लिए जाएंगे।

बंदियों, रक्षकों ने लगवाए टीके

जापानी इंसेफेलाइटिस के प्रकोप से बंदी सुरक्षित रहेंगे। सोमवार को मंडलीय कारागार में कैंप लगाकर बंदियों को जेई से बचाव वाले टीके लगवाए गए। वरिष्ठ जेल अधीक्षक, जेलर, डिप्टी जेलर सहित अन्य कर्मचारियों को भी टीके लगे। उनके फैमिली मेंबर्स का टीकाकरण कराया गया। सुबह से लेकर देर शाम तक करीब आठ सौ लोगों को टीक लगाए गए। किन्हीं कारणों से टीके लगवाने से वंचित लोगों के लिए दोबारा कैंप लगाया जाएगा।

जेल से कोर्ट में पेशी के लिए वीडियो कान्फ्रेसिंग के लिए तैयारी चल रही है। इसके लिए अलग से कमरा बन रहा है। जल्द ही अन्य सुविधाएं भी बहाल हो जाएंगी।

एसके शर्मा, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

जेल और कोर्ट में चल रही तैयारियों की समीक्षा की गई। जेल अधिकारियों ने कहा है कि 15 दिसंबर तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। सिस्टम डेवलप होने के बाद शातिर बंदियों की पेशी पूरी तरह से वीसी के जरिए होगी।

बीएन सिंह, एडीएम सिटी