- प्रिंसिपल सेक्रेटरी खाद्य एवं रसद ने सहजनवां तहसील का किया इंस्पेक्शन
- दौरे के दूसरे दिन कई जगह किया इंस्पेक्शन
GORAKHPUR: निरीक्षण के दूसरे दिन प्रिंसिपल सेक्रेटरी का रवैया कुछ बदला नजर आया। अधिकारियों के दिखाए रास्ते पर चलने के बजाए प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने मामलों की खुद पड़ताल की। जिसका नतीजा खोराबार और सहजनवां धान केंद्र पर देखने को मिला। अभिलेखों में मिली गड़बड़ी को देख प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने कार्रवाई का फरमान जारी कर दिया। साथ ही कई मामलों में संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द सुधार करने का आदेश दिया। सैटर्डे को प्रिंसिपल सेक्रेटरी खाद्य एवं रसद बीएम मीना ने जीडीए परिसर स्थित आरएफसी कार्यालय, खोराबार और सहजनवां का निरीक्षण किया।
तहसील में खंगाला एक-एक रजिस्टर
प्रिंसिपल सेक्रेटरी बीएम मीना ने दूसरे दिन जीडीए भवन स्थित आरएफसी कार्यालय का निरीक्षण किया। जहां कई खामियां मिली, जिसे उन्होंने सुधारने का निर्देश दिया। साथ ही रिटायर हो रहे कर्मचारियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि रिटायर होने के साथ ही संबंधित अधिकारी और कर्मचारी का भुगतान तुरंत कर दिया जाए। जिससे उसे सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़े। इसके बाद नौसड़ से पैडलेगंज तक रही बन रही सड़क की जांच कर क्वालिटी पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। उन्होंने पेंशन के लंबित मामलों की सूची तैयार कर जल्द से जल्द निस्तारित करने की कार्यवाही करें। इसके बाद प्रिंसिपल सेक्रेटरी बीएम मीना सहनजवां तहसील पहुंचे। जहां उन्होंने तहसील रजिस्टर, सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक, ग्रांट रजिस्टर, अवकाश रजिस्टर, पेंशन रजिस्टर, स्थानीय पंजिका को भी देखा। वहां उन्होंने तहसील दिवस में हुई एक कंपलेन में पीडि़त से फोन पर बात कर हकीकत भी जानी। इसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ महिला वार्ड को भी देखा। उन्होंने सीएमओ को महिला वार्ड में जाली लगवाने का निर्देश दिया। इस मौके पर जिलाधिकारी रंजन कुमार, एसएसपी आरके भारद्वाज, मुख्य विकास अधिकारी कुमार प्रशांत समेत कई विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कर गए ब् बड़ी कार्रवाई
-पेंशन के कई मामले लंबे समय से पेंडिंग हैं। प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने इस बाबत नाराजगी जताते हुए रिटायर संबंधी सुविधाएं जीपीएफ, लीव इन कैशमेंट, ग्रेच्युटी और पेंशन की जानकारी ली। कई अभिलेखों में गड़बड़झाला नजर आया, मामले को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने इन मामलों को निस्तारण करने के लिए आरएफसी को एक सप्ताह का समय दिया। एक सप्ताह के अंदर सभी मामले निस्तारित कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानकारी देने का निर्देश दिया। साथ ही चेतावनी भी दी कि निर्धारित समय में निस्तारण न करने पर कार्रवाई की जाएगी।
-कर्मचारियों के एसीपी (एनुअल करियर प्रोग्रेसन) के कई प्रकरण पिछले भ्-म् सालों से पेंडिंग है। इन मामलों में अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई, ये पूछने पर आरएफसी कोई जवाब नहीं दे सके। इस पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने उन्हें क्भ् दिसंबर तक समय दिया और कहा कि अगर तब तक सभी मामले सॉल्व नहीं हुए तो कार्रवाई की जाएगी।
-खोराबार धान खरीद केंद्र पहुंचे प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने सभी अभिलेखों की जांच की। धान खरीद संबंधी कई अभिलेखों में हेरफेर पाया गया। इस पर प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने केंद्र प्रभारी राजेश गुप्ता को कड़ी फटकार लगाते हुए मौखिक रूप से उन्हें निलंबित करने का फरमान भी सुना दिया।
-सहजनवां धान खरीद केंद्र पहुंचे प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने सभी अभिलेखों को गंभीरता से जांचा। वहां भी उन्हें कई अभिलेख में गड़बड़ी मिले। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्र प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि अगर जल्द सुधार न किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।