- खतरनाक रंग कहीं आपके होली को कर ना दे बदरंग
- त्वचा, आंख व किडनी पर असर डालतें हैं रंगों में मिले रसायन
GORAKHPUR: होली का त्योहार खुशियां लेकर आता है लेकिन जरा सी असावधानी हुई तो यह परेशानी का सबब भी बन सकता है। होली में खेले जाने वाले रंगों में मिले रसायन आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। खासकर प्रेगनेंट महिलाओं को इससे बचने की जरूरत है। इस तरह के रंग त्वचा के साथ-साथ प्रेग्नेंट लेडिज के बच्चों पर भी प्रभाव डाल सकता है। वहीं उन्हें खान पान के साथ दौड़ भाग वाले कार्य पर भी विशेष ध्यान देने चाहिए।
होते हैं लेड ऑक्साइड
बीआरडी मेडिकल कॉलेज की गायनोकॉलोजी विभागाध्यक्ष डॉ। रीना श्रीवास्तव बताती हैं कि काला रंग में लेड ऑक्साइड पाया जाता है। यह बेहद ही खतरनाक रसायन है। इस रसायन से बच्चों व वृद्धों में त्वचा की बीमारी होती है। गर्भवती महिलाओं को तो इस रंग से परहेज करना चाहिए। इससे गर्भपात का भी खतरा होता है। यह किडनी पर भी बुरा प्रभाव डालता है।
त्वचा के साथ आंखों पर भी असर
सीतापुर आई हॉस्पिटल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ। कमलेश शर्मा ने बताया कि सिंथेटिक रंग, पेंट, वार्निस, प्रोटीन त्वचा के लिए हानिकारक रंगों के त्योहार होली में पारंपरिक रंगों की महत्ता होती है। हालांकि आधुनिक के दौर में पारंपरिक रंगों का स्थान सिंथेटिक रंगों, पेंट वार्निस, पोटीन आदि ने ले लिया है। इनमें जहरीले रसायनिक पदार्थ, ऑक्सीकृत धातुएं और औद्योगिक स्तर पर प्रयोग किए जाने वाले रंग मिले रहते हैं। इसका असर त्वचा पर घातक होता है। अबीर, गुलाल में चिकनाहट लाने के लिए इनमें सस्ते पाउडर, खी आदि मिलाए जा रहे हैं। इन सभी का प्रतिकूल प्रभाव हमारी आंखों और त्वचा पर पड़ता है।
एस्बेस्टस है खतरनाक
टीबी एंड चेस्ट विभाग के डॉ। रामेश्वर मिश्रा ने बताया कि होली के दौरान अबीर का प्रयोग किया जाता है। अबीर में एस्बेस्ट्स (अभ्रक) का प्रयोग किया जाता है। एस्बेस्ट्स से फेफड़े में संक्रमण का खतरा होता है। इसे पल्मोनरी साइक्रोसिस कहते हैं। नारंगी रंग वाले अबीर में क्रोमियम ऑक्साइड पाया जाता है। इससे सांस की तकलीफ व अस्थमा हो सकता है।
यह है लक्षण
खुजली, जलन , लाल दाने, एलर्जी, काला दाग, त्वचा फटना, सांस फूलना, ओठ फटना
बचाव
- रंग लगने के बाद ज्यादा धूप में न घूमें
- सिर व शरीर पर नारियल या सरसों का तेल लगाएं तब ही रंग खेले, इससे रंग का दुष्प्रभाव कम होता है
- होली खेलने से पहले शरीर पर मॉश्चराइजर या क्रीम लगाएं
- रंग छुड़ाने के लिए कई दफे साबुन को शरीर पर न लगाएं
- नहाने के बाद बेसन या आटे का उबटन लगाएं
- पहले से सांस की तकलीफ हो तो रंग खेलने से परहेज करें
- आंखों में रंग पड़ जाए तो उसे खूब ठंडे पानी से धोए व डॉक्टर से संपर्क करें