-बोर्ड के आदेशानुसार 9 जनवरी तक कंपलीट होने थे प्रैक्टिकल, पर अभी भी चल रहे
-9 जनवरी तक 10 परसेंट स्कूल में भी नहीं हुए प्रैक्टिकल
GORAKHPUR: ठंड ने सिर्फ गोरखपुराइट्स को नहीं कंपकंपाया बल्कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के नियमों को भी ठंडा कर दिया। बोर्ड एग्जाम से पहले स्टूडेंट्स के कीमती समय को बचाने के लिए बोर्ड ने पहली बार प्रैक्टिकल को दो माह पहले कराने का प्लान बनाया था। मगर अत्यधिक ठंड के कारण स्कूल की छुट्टी लगातार बढ़ती चली गई और प्रैक्टिकल नहीं हो सके। बोर्ड के नियम के मुताबिक शहर के क्0 परसेंट स्कूल में भी बोर्ड प्रैक्टिकल पूरे नहीं हो सके।
9 जनवरी तक कराने थे प्रैक्टिकल
उप्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने पहली बार बोर्ड एग्जाम से करीब दो माह पहले प्रैक्टिकल कराने का फैसला लिया था। जिसके तहत प्रैक्टिकल दो फेज में होना था। फर्स्ट फेज में आधे जिले के स्कूल और सेकेंड फेज में बाकी जिले के स्कूल। इससे न तो एग्जामिनर की कमी पड़ेगी और स्टूडेंट्स को प्रिपरेशन के लिए पर्याप्त टाइम मिल जाएगा। बोर्ड के इस फैसले के तहत ख्म् दिसंबर से 9 जनवरी के बीच गोरखपुर समेत जिलों में बोर्ड प्रैक्टिकल होना था। वहीं सेकेंड फेज में प्रैक्टिकल क्0 जनवरी से ख्ब् जनवरी के बीच होगा। मगर गोरखपुर में प्रैक्टिकल समय से पूरा होना तो दूर म् जनवरी से शुरू ही हो सका। मतलब 9 जनवरी तक बमुश्किल क्0 परसेंट स्कूल ही बोर्ड प्रैक्टिकल करा सके। इसके बाद ठंड के कारण लगातार डीएम के आदेश पर छुट्टी का सिलसिला चल रहा है। हालांकि बोर्ड एग्जाम को देखते हुए स्कूल ओनर धीरे-धीरे बोर्ड प्रैक्टिकल पूरा करा रहे हैं।
स्कूल बंद होने के कारण बोर्ड प्रैक्टिकल में देरी हुई है। इसकी जानकारी बोर्ड को भी है। इसलिए अधिक प्रॉब्लम नहीं है। हालांकि गोरखपुर में ख्म् दिसंबर से 9 जनवरी के बीच बोर्ड प्रैक्टिकल का प्रॉसेस पूरा हो जाना चाहिए था।
एएन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक