- एनई रेलवे की ओर से भेजे गए लगभग सभी प्रस्तवों पर लगी मुहर
- बिछेगी नई रेल लाइने, खत्म हो ट्रेंस के आउटर्स पर रुकने की समस्या
- ह्यकैंट को सेटेलाइट स्टेशन बनाने के लिए भी 16 करोड़ की मिली मंजूरी
GORAKHPUR: एनई रेलवे को भले ही पिछली बार की तरह बजट में कोई नई ट्रेन न मिली हो, लेकिन रेलमंत्री ने एनईआर की ओर से भेजे गई प्रस्तावों का पूरा ख्याल रखा। एनई रेलवे ने इस बजट के लिए जो भी प्रस्ताव भेजे थे लगभग सभी पर प्रभु ने मुहर लगा दी। प्रभु ने कृपा बरसाई और एनईआर को पिछले साल दिए गए बजट में 16 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी। पिछले साल एनईआर को प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए जहां कुल 1140 करोड़ का बजट मिला था, वहीं इस साल इस बजट को बढ़ाकर 1333 करोड़ रुपए कर दिया गया है। इससे नई रेल लाइनों के प्रोजेक्ट्स तो पूरे होंगे ही साथ ही विकास के कामों में भी गति आएगी। इसे लेकर एनईआर के अधिकारियों में काफी उत्साह दिख रहा है।
इन योजनाओं को लगेगा पंख
एनईआर के लिए यह बजट इसलिए भी अच्छा माना जा रहा है क्योंकि बहुप्रतीक्षित सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन को इस बार मंजूरी मिल गई। रेलमंत्री ने इस योजना के लिए कुल 743.55 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। इस रेल लाइन के बन जाने से लंबे समय से मंद पड़ी उद्योग योजनाओं को पंख लग सकेगा। इसके साथ ही डोमिनगढ़ से कुसम्ही तक 21 किलोमीटर तीसरी रेल लाइन को भी मंजूरी मिल गई है। इस तीसरी रेल लाइन के बन जाने से ट्रेनों के आउटर पर रुकने की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी। इसके लिए 116 करोड़ रुपए का बजट मंजूर हुआ है। जगह न मिल से अक्सर आउटर पर ही ट्रेनों के खड़े होने की समस्या से निजात के लिए कैंट को सेटेलाइट स्टेशन बनाने के लिए 16 करोड़ रुपए मंजूर कर दिए गए हैं। गोरखपुर से कप्तानगंज होते हुए बाल्मीकिनगर तक इलेक्ट्रिफिकेशन के काम को भी मंजूर कर लिया गया है। इस रेल में सबसे सुखद यह भी है कि बढ़नी से काठमांडू तक रेल लाइन बिछाने के लिए अंतिम सर्वे के लिए बजट मंजूर किया गया है। इसी साल यहां 359 किलोमीटर तक रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया जाएगा।
यहां दौड़ेगी विकास की रेल
- गोरखपुर को लोको इलेक्ट्रिक शेड
- सहजनवा-दोहरीघाट नई रेल लाइन
- डोमिनगढ से कुसुम्ही तक तीसरी लाइन
- कैंट स्टेशन बनेगा सेटेलाइट स्टेशन
- औडिहार-भटनी तक दोहरीकरण
- श्रावस्ती-बलरामपुर नई रेल लाइन
- गोरखपुर-आनंदनगर समपार पर रेल ओवरब्रिज
- नौतनवा में प्लेटफार्म नंबर एक और दो होगा अपग्रेड
- आनंदनगर नौतनवा 10 किमी नई रेल लाइन
- लेहड़ा में ढाला नंबर 33 पर सब वे
इस बार का रेल बजट सभी के हित में है। बजट में उन सभी बातों पर विशेष ध्यान दिया गया है। जोकि पैसेंजर्स की हर रोज की समस्या है। बजट में कुली से लेकर महिलाओं व वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर सुविधाएं देना रेलवे का सराहनीय कदम है।
सुभाष दुबे, एनई रेलवे लीडर
रेल मंत्री का यह बजट सभी वर्गो को ध्यान में रखकर पेश किया गया है। सिर्फ नई ट्रेंस मिलना ही बड़ी बात नहीं होती, बल्कि तमाम नए प्रोजोक्ट्स से रेलवे का कल आज ही नजर आने लगा। सबसे अच्छी बात तो यह है कि इसमें सबकुछ पैसेंजर्स सुविधाओं को ध्यान में रखकर किया गया है।
शीतल प्रसाद, एनईआर गार्ड लीडर
रेल मंत्री का रेलवे के विकास में पीपीपी माडल के तर्ज पर काम करना व विदेशी धन का निवेश निश्चित ही एक सराहनीय कदम है। नई ट्रेंस की देने की बजाय इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर देने से रेलवे का काफी अभी से ही उज्जवल नजर आ रहा है।
सीताराम जायसवाल, व्यापारी नेता
बजट में सीनियर सिटीजन, कुली व महिलाओं को भी तरजीह मिली यह सबसे अच्छी बात है। इसके साथ ही रेलवे के डेवलपमेंट को लेकर जो कदम उठाए जा रहे हैं इससे आने वाले दिनों में ट्रेन का ही सफर सबसे बेहतर साबित होगा।
विकास पांडेय, स्टूडेंट
सहजनवां-दोहरीघाट के बीच रेल लाइन से अब कोलकाता तक के सफर काफी आसान हो जाएंगे। इसके अलावा जितने प्रोजेक्ट्स की बात की गई है, इन सभी के शुरु होने पर रेलवे की सुविधाएं भी एयरपोर्ट से कम नहीं होंगी। यह एक बेहतर बजट है।
सत्य प्रकाश चौधरी, स्टूडेंट